अमरकोषसम्पद्

         

स्पश (पुं) == अभिमरः

द्वौ विशौ वैश्यमनुजौ द्वौ चराभिमरौ स्पशौ 
नानार्थवर्गः 3.3.214.2.2

पर्यायपदानि
 द्वौ विशौ वैश्यमनुजौ द्वौ चराभिमरौ स्पशौ॥
 विषाभिमरलोहेषु तीक्ष्णं क्लीबे खरे त्रिषु॥

 तीक्ष्ण (नपुं)
 स्पश (पुं)
अर्थान्तरम्
 यथार्हवर्णः प्रणिधिरपसर्पश्चरः स्पशः।

 स्पश (पुं) - चारपुरुषः 2.8.13.1
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