अमरकोषसम्पद्

         

तर्पण (नपुं) == पितृयज्ञः

पाठो होमश्चातिथीनां सपर्या तर्पणं बलिः 
ब्रह्मवर्गः 2.7.14.1.4

पर्यायपदानि
 पाठो होमश्चातिथीनां सपर्या तर्पणं बलिः।

 तर्पण (नपुं)
अर्थान्तरम्
 सौहित्यं तर्पणं तृप्तिः फेला भुक्तसमुज्झितम्॥
 विधूननं विधुवनं तर्पणं प्रीणनावनम्॥

 तर्पण (नपुं) - तृप्तिः 2.9.56.2
 तर्पण (नपुं) - प्रीणनम् 3.2.4.2
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