अमरकोषसम्पद्

         


Search amarakosha: हविस्. Page 1

1 हविस् (नपुं)

सान्नाय्यं हविरग्नौ तु हुतं त्रिषु वषट्कृतम्
ब्रह्मवर्गः 2.7.27.1.2
अर्थः - हविः


2 हविस् (नपुं)

घृतमाज्यं हविः सर्पिर्नवनीतं नवोद्घृतम्
वैश्यवर्गः 2.9.52.1.3
अर्थः - घृतम्




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