अमरकोषसम्पद्

         

अव्ययवर्गः 3.4.4

कदाचिज्जातु सार्धं तु साकं सत्रा समं सह
आनुकूल्यार्थकं प्राध्वं व्यर्थके तु वृथा मुधा

कदाचित् (अव्य) = कस्मिंश्चित्काले. 3.4.4.1.1

जातु (अव्य) = कस्मिंश्चित्काले. 3.4.4.1.2

सार्धम् (अव्य) = सह. 3.4.4.1.3

साकम् (अव्य) = सह. 3.4.4.1.4

सत्रा (अव्य) = सह. 3.4.4.1.5

सम (अव्य) = सह. 3.4.4.1.6

सह (अव्य) = सह. 3.4.4.1.7

प्राध्वम् (अव्य) = आनुकूल्यम्. 3.4.4.2.1

वृथा (अव्य) = व्यर्थकम्. 3.4.4.2.2

मुधा (अव्य) = व्यर्थकम्. 3.4.4.2.3

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