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Pandanus
अति (अव्य) == अतिशयः
बलवत्सुष्ठु किमुत स्वत्यतीव च निर्भरे
अव्ययवर्गः 3.4.2.2.5
पर्यायपदानि
बलवत्सुष्ठु किमुत स्वत्यतीव च निर्भरे॥
बलवत् (अव्य)
सुष्ठु (अव्य)
किमुत (अव्य)
सु (अव्य)
अति (अव्य)
अतीव (अव्य)
निर्भर (वि)
अर्थान्तरम्
स्वस्त्याशीः क्षेमपुण्यादौ प्रकर्षे लङ्घनेऽप्यति॥
तु हि च स्म ह वै पादपूरणे पूजने स्वति॥
अति (अव्य) - प्रकर्षः 3.3.242.2
अति (अव्य) - लङ्घनम् 3.3.242.2
अति (अव्य) - पूजनम् 3.4.5.2
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