अमरकोषसम्पद्

         

अमृत (नपुं) == अमृतम्

स्यात्सुधर्मा देवसभा पीयूषममृतं सुधा 
स्वर्गवर्गः 1.1.48.2.4

पर्यायपदानि
 स्यात्सुधर्मा देवसभा पीयूषममृतं सुधा॥

 पीयूष (नपुं)
 +पेयूष (नपुं)
 अमृत (नपुं)
 सुधा (स्त्री)
अर्थान्तरम्
 पयः कीलालममृतं जीवनं भुवनं वनम्॥
 मुक्तिः कैवल्यनिर्वाणश्रेयोनिःश्रेयसामृतम्॥
 अमृतं विघसो यज्ञशेषभोजनशेषयोः॥
 द्वे याचितायाचितयोर्यथासंख्यं मृतामृते।

 अमृत (नपुं) - मोक्षः 1.5.6.2
 अमृत (नपुं) - जलम् 1.10.3.2
 अमृत (नपुं) - यज्ञशेषः 2.7.28.2
 अमृत (नपुं) - अयाचितः 2.9.3.1
- Show pada
- Show sloka
- Show varga
- Search amarakosha
- Search apte dictionary
- Play audio
- Copy link to clipboard
- Report an issue