अमरकोषसम्पद्

         

वृजिन (वि) == वक्रम्

अरालं वृजिनं जिह्ममूर्मिमत्कुञ्चितं नतम् 
विशेष्यनिघ्नवर्गः 3.1.71.1.2

पर्यायपदानि
 अरालं वृजिनं जिह्ममूर्मिमत्कुञ्चितं नतम्।
 आविद्धं कुटिलं भुग्नं वेल्लितं वक्रमित्यपि॥
 रुग्णं भुग्नेऽथ निशितक्ष्णुतशातानि तेजिते।

 अराल (वि)
 वृजिन (वि)
 जिह्म (वि)
 ऊर्मिमत् (वि)
 कुञ्चित (वि)
 नत (वि)
 आविद्ध (वि)
 कुटिल (वि)
 भुग्न (वि)
 वेल्लित (वि)
 वक्र (वि)
 रुग्ण (वि)
 भुग्न (वि)
अर्थान्तरम्
 कलुषं वृजिनैनोऽघमंहो दुरितदुष्कृतम्॥
 क्लेशेऽपि वृजिनो विश्वकर्मार्कसुरशिल्पिनोः।

 वृजिन (नपुं) - पापम् 1.4.23.2
 वृजिन (पुं) - केशः 3.3.109.1
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