अमरकोषसम्पद्
amara
other koshas
shabda rupavali
apte etc
sambhashana sandesha
digital corpus
SARIT
Pandanus
गर्भ (पुं) == शिशुः
कुक्षिभ्रूणार्भका गर्भा विस्रम्भः प्रणयेऽपि च
नानार्थवर्गः 3.3.135.2.1
पर्यायपदानि
कुक्षिभ्रूणार्भका गर्भा विस्रम्भः प्रणयेऽपि च॥
मूर्खेऽर्भकेऽपि बालः स्याल्लोलश्चलसतृष्णयोः।
प्रकाशोऽतिप्रसिद्धेऽपि शिशावज्ञे च बालिशः॥
भ्रूणोऽर्भके स्त्रैणगर्भे बाणो बलिसुते शरे॥
दोषोत्पादेऽनुबन्धः स्यात्प्रकृतस्यादिविनश्वरे॥
भ्रूण (पुं)
अनुबन्ध (पुं)
गर्भ (पुं)
बाल (पुं)
बालिश (पुं)
अर्थान्तरम्
सूतिमासो वैजननो गर्भो भ्रूण इमौ समौ।
कुक्षिभ्रूणार्भका गर्भा विस्रम्भः प्रणयेऽपि च॥
गर्भ (पुं) - कुक्षिस्थगर्भः 2.6.39.1
गर्भ (पुं) - जठरम् 3.3.135.2
गर्भ (पुं) == जठरम्
कुक्षिभ्रूणार्भका गर्भा विस्रम्भः प्रणयेऽपि च
नानार्थवर्गः 3.3.135.2.1
पर्यायपदानि
कुक्षिभ्रूणार्भका गर्भा विस्रम्भः प्रणयेऽपि च॥
मूर्खेऽर्भकेऽपि बालः स्याल्लोलश्चलसतृष्णयोः।
प्रकाशोऽतिप्रसिद्धेऽपि शिशावज्ञे च बालिशः॥
भ्रूणोऽर्भके स्त्रैणगर्भे बाणो बलिसुते शरे॥
दोषोत्पादेऽनुबन्धः स्यात्प्रकृतस्यादिविनश्वरे॥
भ्रूण (पुं)
अनुबन्ध (पुं)
गर्भ (पुं)
बाल (पुं)
बालिश (पुं)
अर्थान्तरम्
सूतिमासो वैजननो गर्भो भ्रूण इमौ समौ।
कुक्षिभ्रूणार्भका गर्भा विस्रम्भः प्रणयेऽपि च॥
गर्भ (पुं) - कुक्षिस्थगर्भः 2.6.39.1
गर्भ (पुं) - जठरम् 3.3.135.2
- Show pada
- Show sloka
- Show varga
- Search amarakosha
- Search apte dictionary
- Play audio
- Copy link to clipboard
- Report an issue