जनः. (1) - लोक (पुं)
पद्यम्. (1) - श्लोक (पुं)
कीर्तिः. (1) - श्लोक (पुं)
बाणः. (1) - सायक (पुं)
खड्गः. (1) - सायक (पुं)
कीर्तिः. (1) - श्लोक (पुं)
बाणः. (1) - सायक (पुं)
खड्गः. (1) - सायक (पुं)
वरुणः. (1) - जम्बुक (पुं)
चिपिटः. (1) - पृथुक (पुं)
चिपिटः. (1) - पृथुक (पुं)
दर्शनम्. (1) - आलोक (पुं)
द्योतः. (1) - आलोक (पुं)
भेरी. (1) - आनक (पुं)
द्योतः. (1) - आलोक (पुं)
भेरी. (1) - आनक (पुं)
अङ्गः. (1) - अङ्क (पुं)
अपवादः. (1) - कलङ्क (पुं)
अपवादः. (1) - कलङ्क (पुं)
नागः. (1) - तक्षक (पुं)
तक्षः. (1) - तक्षक (पुं)
स्फटिकम्. (1) - अर्क (पुं)
तक्षः. (1) - तक्षक (पुं)
स्फटिकम्. (1) - अर्क (पुं)
ब्रह्मा. (1) - क (पुं)
सूर्यः. (1) - क (पुं)
वायुः. (1) - क (पुं)
जलम्. (1) - कम् (नपुं)
शिरः. (1) - कम् (नपुं)
सूर्यः. (1) - क (पुं)
वायुः. (1) - क (पुं)
जलम्. (1) - कम् (नपुं)
शिरः. (1) - कम् (नपुं)
तुच्छधान्यम्. (1) - पुलाक (पुं)
सङ्क्षेपः. (1) - पुलाक (पुं)
भक्तसिक्तकान्नावयवः. (1) - पुलाक (पुं)
सङ्क्षेपः. (1) - पुलाक (पुं)
भक्तसिक्तकान्नावयवः. (1) - पुलाक (पुं)
करिणः पुच्छमूलोपान्तः. (1) - पेचक (पुं)
कमण्डलुः. (1) - करक (पुं)
हस्तपरिमाणः. (1) - किष्कु (पुं)
वितस्तपरिमाणः. (1) - किष्कु (पुं)
वितस्तपरिमाणः. (1) - किष्कु (पुं)
प्रतिकूलम्. (1) - प्रतीक (पुं)
एकदेशः. (1) - प्रतीक (पुं)
एकदेशः. (1) - प्रतीक (पुं)
चिरायता. (1) - भूतिक (नपुं)
कुम्भी. (1) - भूतिक (नपुं)
तृणविशेषः. (1) - भूतिक (नपुं)
कुम्भी. (1) - भूतिक (नपुं)
तृणविशेषः. (1) - भूतिक (नपुं)
ज्योत्स्निका. (1) - कोशातकी (स्त्री)
घोषः. (1) - कोशातकी (स्त्री)
घोषः. (1) - कोशातकी (स्त्री)
कुम्भी. (1) - सोमवल्क (पुं)
तिलकल्कम्. (1) - पिण्याक (पुं-नपुं)
सिह्लकम्. (1) - पिण्याक (पुं-नपुं)
हिङ्गुवृक्षनिर्यासः. (1) - बाह्लीक (नपुं)
सिह्लकम्. (1) - पिण्याक (पुं-नपुं)
हिङ्गुवृक्षनिर्यासः. (1) - बाह्लीक (नपुं)
इन्द्रः. (1) - कौशिक (पुं)
सर्पग्राहिः. (1) - कौशिक (पुं)
सर्पग्राहिः. (1) - कौशिक (पुं)
रोगः. (1) - आतङ्क (पुं)
विपत्. (1) - आतङ्क (पुं)
शङ्का. (1) - आतङ्क (पुं)
स्वल्पम्. (1) - क्षुल्लक (वि)
विपत्. (1) - आतङ्क (पुं)
शङ्का. (1) - आतङ्क (पुं)
स्वल्पम्. (1) - क्षुल्लक (वि)
अश्वखुरम्. (1) - वर्तक (पुं)
व्याघ्रः. (1) - पुण्डरीक (पुं)
यवः. (1) - दीपक (पुं)
यवः. (1) - दीपक (पुं)
वानरः. (1) - शालावृक (पुं)
जम्भूकः. (1) - शालावृक (पुं)
शुनकः. (1) - शालावृक (पुं)
सुवर्णम्. (1) - गैरिक (नपुं)
जम्भूकः. (1) - शालावृक (पुं)
शुनकः. (1) - शालावृक (पुं)
सुवर्णम्. (1) - गैरिक (नपुं)
दुःखम्. (1) - व्यलीक (नपुं)
असत्यवचनम्. (1) - अलीक (नपुं)
अप्रियम्. (1) - अलीक (नपुं)
असत्यवचनम्. (1) - अलीक (नपुं)
अप्रियम्. (1) - अलीक (नपुं)
स्वभावः. (1) - अनूक (नपुं)
वंशः. (1) - अनूक (नपुं)
खण्डमात्रम्. (1) - शल्क (नपुं)
वृक्षत्वक्. (1) - शल्क (नपुं)
वंशः. (1) - अनूक (नपुं)
खण्डमात्रम्. (1) - शल्क (नपुं)
वृक्षत्वक्. (1) - शल्क (नपुं)
साष्टशतसुवर्णम्. (1) - निष्क (पुं-नपुं)
हेम्न्युरोभूषणम्. (1) - निष्क (पुं-नपुं)
कर्षचतुष्टयम्. (1) - निष्क (पुं-नपुं)
दीनार नामकनाण्यविशेषः. (1) - निष्क (पुं-नपुं)
कपटः. (1) - कल्क (पुं-नपुं)
पापम्. (1) - कल्क (पुं-नपुं)
मलम्. (1) - कल्क (पुं-नपुं)
हेम्न्युरोभूषणम्. (1) - निष्क (पुं-नपुं)
कर्षचतुष्टयम्. (1) - निष्क (पुं-नपुं)
दीनार नामकनाण्यविशेषः. (1) - निष्क (पुं-नपुं)
कपटः. (1) - कल्क (पुं-नपुं)
पापम्. (1) - कल्क (पुं-नपुं)
मलम्. (1) - कल्क (पुं-नपुं)
शूलम्. (1) - पिनाक (पुं-नपुं)
मेघपङ्क्तिः. (1) - कालिका (स्त्री)
यातना. (1) - कारिका (स्त्री)
कृत्यम्. (1) - कारिका (स्त्री)
करिहस्तः. (1) - कर्णिका (स्त्री)
अङ्गुली. (1) - कर्णिका (स्त्री)
पद्मबीजः. (1) - कर्णिका (स्त्री)
कृत्यम्. (1) - कारिका (स्त्री)
करिहस्तः. (1) - कर्णिका (स्त्री)
अङ्गुली. (1) - कर्णिका (स्त्री)
पद्मबीजः. (1) - कर्णिका (स्त्री)
मुख्यः. (2) - वृन्दारक (वि), एक (वि)
रूपिः. (1) - वृन्दारक (वि)
अन्यः. (1) - एक (वि)
केवलः. (1) - एक (वि)
रूपिः. (1) - वृन्दारक (वि)
अन्यः. (1) - एक (वि)
केवलः. (1) - एक (वि)
दाम्भिकः. (1) - कौक्कुटिक (वि)
अदूरेरितेक्षणम्. (1) - कौक्कुटिक (वि)
अदूरेरितेक्षणम्. (1) - कौक्कुटिक (वि)
कार्याक्षमः. (1) - ललाटिक (वि)
प्रभोर्भावदर्शिः. (1) - ललाटिक (वि)
प्रभोर्भावदर्शिः. (1) - ललाटिक (वि)
चक्रम्. (1) - कटक (पुं-नपुं)
मेखलाख्यपर्वतमध्यभागः. (1) - कटक (पुं-नपुं)
मेखलाख्यपर्वतमध्यभागः. (1) - कटक (पुं-नपुं)
क्षुद्रशत्रुः. (1) - कण्टक (पुं)
सूच्यग्रम्. (1) - कण्टक (पुं)
रोमाञ्चः. (1) - कण्टक (पुं)
सूच्यग्रम्. (1) - कण्टक (पुं)
रोमाञ्चः. (1) - कण्टक (पुं)
मध्यरत्नम्. (1) - नायक (वि)
व्याघ्रः. (1) - लुब्धक (पुं)
समूहः. (1) - पेटक (वि)
संस्कारादिकर्तुर्गुरुः. (1) - देशिक (पुं)
देश्यः. (1) - देशिक (पुं)
संस्कारादिकर्तुर्गुरुः. (1) - देशिक (पुं)
देश्यः. (1) - देशिक (पुं)
ग्रामः. (1) - खेटक (नपुं)
फलकः. (1) - खेटक (नपुं)
धीवरः. (1) - जालिक (पुं)
फलकः. (1) - खेटक (नपुं)
धीवरः. (1) - जालिक (पुं)
पुष्परेणुः. (1) - किञ्जल्क (पुं)
स्त्रीधनम्. (1) - शुल्क (पुं-नपुं)
स्त्रीधनम्. (1) - शुल्क (पुं-नपुं)
महातरङ्गः. (1) - उत्कलिका (स्त्री)
भावम्. (1) - वार्धक (नपुं)
समूहः. (1) - वार्धक (नपुं)
भावम्. (1) - वार्धक (नपुं)
समूहः. (1) - वार्धक (नपुं)
हस्तिनी. (1) - गणिका (स्त्री)
बालः. (1) - दारक (नपुं)
भेदकः. (1) - दारक (नपुं)
बालः. (1) - दारक (नपुं)
भेदकः. (1) - दारक (नपुं)
अचक्षुष्कः. (1) - एडमूक (वि)
अश्मदारणम्. (1) - टङ्क (पुं-नपुं)
मदः. (1) - टङ्क (पुं-नपुं)
अश्मदारणम्. (1) - टङ्क (पुं-नपुं)
मदः. (1) - टङ्क (पुं-नपुं)
मृद्भाण्डम्. (1) - मन्थ (पुं)
उष्ट्रिका. (1) - मन्थ (पुं)
रसदर्वकम्. (1) - खजक (पुं)
उष्ट्रिका. (1) - मन्थ (पुं)
रसदर्वकम्. (1) - खजक (पुं)
अग्निज्वाला. (1) - मयूख (पुं)
बाणः. (1) - शिलीमुख (पुं)
भ्रमरः. (1) - शिलीमुख (पुं)
बाणः. (1) - शिलीमुख (पुं)
भ्रमरः. (1) - शिलीमुख (पुं)
ललाटास्थिः. (1) - शङ्ख (पुं-नपुं)
सामान्यनिधिः. (1) - शङ्ख (पुं-नपुं)
चक्षुरादीन्द्रियम्. (1) - ख (नपुं)
सामान्यनिधिः. (1) - शङ्ख (पुं-नपुं)
चक्षुरादीन्द्रियम्. (1) - ख (नपुं)
किरणः. (1) - शिखा (स्त्री)
पर्वतः. (2) - नग (पुं), अग (पुं)
वृक्षः. (2) - नग (पुं), अग (पुं)
पर्वतः. (2) - नग (पुं), अग (पुं)
वृक्षः. (2) - नग (पुं), अग (पुं)
सूर्यः. (1) - खग (पुं)
पक्षी. (1) - पतङ्ग (पुं)
सूर्यः. (1) - पतङ्ग (पुं)
समूहः. (1) - पूग (पुं)
सूर्यः. (1) - पतङ्ग (पुं)
समूहः. (1) - पूग (पुं)
पशुः. (1) - मृग (पुं)
अविच्छेदेन जलादिप्रवृत्तिः. (1) - वेग (पुं)
वेगः. (1) - वेग (पुं)
अविच्छेदेन जलादिप्रवृत्तिः. (1) - वेग (पुं)
वेगः. (1) - वेग (पुं)
पुष्परेणुः. (1) - पराग (पुं)
स्नानीयादि गन्धद्रव्यम्. (1) - पराग (पुं)
रजः. (1) - पराग (पुं)
स्नानीयादि गन्धद्रव्यम्. (1) - पराग (पुं)
रजः. (1) - पराग (पुं)
नागाः. (1) - गज (पुं)
हस्तिः. (1) - गज (पुं)
ललाटकृततिलकम्. (1) - अपाङ्ग (पुं)
हस्तिः. (1) - गज (पुं)
ललाटकृततिलकम्. (1) - अपाङ्ग (पुं)
स्वभावः. (1) - सर्ग (पुं)
निर्मोक्षः. (1) - सर्ग (पुं)
निश्चयः. (1) - सर्ग (पुं)
अध्यायभेदः. (1) - सर्ग (पुं)
सृष्टिः. (1) - सर्ग (पुं)
निर्मोक्षः. (1) - सर्ग (पुं)
निश्चयः. (1) - सर्ग (पुं)
अध्यायभेदः. (1) - सर्ग (पुं)
सृष्टिः. (1) - सर्ग (पुं)
सन्नहनम्. (1) - योग (पुं)
उपायः. (1) - योग (पुं)
ध्यानम्. (1) - योग (पुं)
सङ्गतिः. (1) - योग (पुं)
युक्तिः. (1) - योग (पुं)
उपायः. (1) - योग (पुं)
ध्यानम्. (1) - योग (पुं)
सङ्गतिः. (1) - योग (पुं)
युक्तिः. (1) - योग (पुं)
आनन्दः. (1) - भोग (पुं)
सर्पः. (1) - भोग (पुं)
स्त्र्यादिभृतिः. (1) - भोग (पुं)
सर्पः. (1) - भोग (पुं)
स्त्र्यादिभृतिः. (1) - भोग (पुं)
चातकपक्षी. (1) - सारङ्ग (पुं)
हरिणः. (1) - सारङ्ग (पुं)
शबलम्. (1) - सारङ्ग (वि)
हरिणः. (1) - सारङ्ग (पुं)
शबलम्. (1) - सारङ्ग (वि)
शापवचनम्. (1) - अभिषङ्ग (पुं)
पराजयः. (1) - अभिषङ्ग (पुं)
पराजयः. (1) - अभिषङ्ग (पुं)
कृतादियुगाः. (1) - युग (नपुं)
यानाद्यङ्गः. (1) - युग (पुं)
यानाद्यङ्गः. (1) - युग (पुं)
बाणः. (1) - गो (स्त्री-पुं)
इन्द्रस्य वज्रायुधम्. (1) - गो (स्त्री-पुं)
जलम्. (1) - गो (स्त्री-पुं)
किरणः. (1) - गो (स्त्री-पुं)
नेत्रम्. (1) - गो (स्त्री-पुं)
पशुः. (1) - गो (स्त्री-पुं)
स्वर्गः. (1) - गो (स्त्री-पुं)
वचनम्. (1) - गो (स्त्री-पुं)
दिक्. (1) - गो (स्त्री-पुं)
चिह्नम्. (1) - लिङ्ग (नपुं)
पुरुषलिङ्गः. (1) - लिङ्ग (नपुं)
इन्द्रस्य वज्रायुधम्. (1) - गो (स्त्री-पुं)
जलम्. (1) - गो (स्त्री-पुं)
किरणः. (1) - गो (स्त्री-पुं)
नेत्रम्. (1) - गो (स्त्री-पुं)
पशुः. (1) - गो (स्त्री-पुं)
स्वर्गः. (1) - गो (स्त्री-पुं)
वचनम्. (1) - गो (स्त्री-पुं)
दिक्. (1) - गो (स्त्री-पुं)
चिह्नम्. (1) - लिङ्ग (नपुं)
पुरुषलिङ्गः. (1) - लिङ्ग (नपुं)
पर्वतसमभूभागः. (1) - शृङ्ग (नपुं)
प्राधान्यम्. (1) - शृङ्ग (नपुं)
गुह्यदेशः. (1) - वराङ्ग (नपुं)
शिरः. (1) - वराङ्ग (नपुं)
प्राधान्यम्. (1) - शृङ्ग (नपुं)
गुह्यदेशः. (1) - वराङ्ग (नपुं)
शिरः. (1) - वराङ्ग (नपुं)
कीर्तिः. (1) - भग (नपुं)
माहात्म्यम्. (1) - भग (नपुं)
स्पृहा. (1) - भग (नपुं)
वीर्यम्. (1) - भग (नपुं)
धनसमृद्धिः. (1) - भग (नपुं)
यत्नः. (1) - भग (नपुं)
माहात्म्यम्. (1) - भग (नपुं)
स्पृहा. (1) - भग (नपुं)
वीर्यम्. (1) - भग (नपुं)
धनसमृद्धिः. (1) - भग (नपुं)
यत्नः. (1) - भग (नपुं)
परिघातः. (1) - परिघ (पुं)
अम्भसां रयः. (1) - ओघ (पुं)
अम्भसां रयः. (1) - ओघ (पुं)
मूल्यम्. (1) - अर्घ (पुं)
पूजाविधिः. (1) - अर्घ (पुं)
दुःखम्. (1) - अघ (नपुं)
व्यसनम्. (1) - अघ (नपुं)
पूजाविधिः. (1) - अर्घ (पुं)
दुःखम्. (1) - अघ (नपुं)
व्यसनम्. (1) - अघ (नपुं)
अल्पम्. (1) - लघु (वि)
यथेप्सितम्. (1) - लघु (वि)
मृद्भेदः. (1) - काच (पुं)
दृग्रुजः. (1) - काच (पुं)
यथेप्सितम्. (1) - लघु (वि)
मृद्भेदः. (1) - काच (पुं)
दृग्रुजः. (1) - काच (पुं)
व्यतिक्रमः. (1) - प्रपञ्च (पुं)
विस्तरः. (1) - प्रपञ्च (पुं)
शुद्धामात्यः. (1) - शुचि (पुं)
शुक्लवर्णयुक्तः. (1) - शुचि (वि)
शुद्धिः. (1) - शुचि (वि)
विस्तरः. (1) - प्रपञ्च (पुं)
शुद्धामात्यः. (1) - शुचि (पुं)
शुक्लवर्णयुक्तः. (1) - शुचि (वि)
शुद्धिः. (1) - शुचि (वि)
अत्यासक्तिः. (1) - रुचि (स्त्री)
किरणः. (1) - रुचि (स्त्री)
स्पृहा. (1) - रुचि (स्त्री)
किरणः. (1) - रुचि (स्त्री)
स्पृहा. (1) - रुचि (स्त्री)
भल्लूकः. (1) - अच्छ (पुं)
प्रसन्नः. (1) - अच्छ (पुं)
हारः. (1) - गुच्छ (पुं)
विकासोन्मुखपुष्पम्. (1) - गुच्छ (पुं)
प्रसन्नः. (1) - अच्छ (पुं)
हारः. (1) - गुच्छ (पुं)
विकासोन्मुखपुष्पम्. (1) - गुच्छ (पुं)
अञ्चलः. (1) - कच्छ (पुं)
परिधानम्. (1) - कच्छ (पुं)
परिधानम्. (1) - कच्छ (पुं)
गरुडः. (1) - अहिभुज (पुं)
मयूरः. (1) - अहिभुज (पुं)
दन्तः. (1) - द्विज (पुं)
ब्राह्मणः. (1) - द्विज (पुं)
पक्षिसर्पाद्याः. (1) - द्विज (पुं)
मयूरः. (1) - अहिभुज (पुं)
दन्तः. (1) - द्विज (पुं)
ब्राह्मणः. (1) - द्विज (पुं)
पक्षिसर्पाद्याः. (1) - द्विज (पुं)
शिवः. (1) - अज (पुं)
विष्णुः. (1) - अज (पुं)
गवां स्थानम्. (1) - व्रज (पुं)
मार्गः. (1) - व्रज (पुं)
विष्णुः. (1) - अज (पुं)
गवां स्थानम्. (1) - व्रज (पुं)
मार्गः. (1) - व्रज (पुं)
दन्तः. (1) - कुञ्ज (पुं-नपुं)
क्षेत्रम्. (1) - वलज (नपुं)
पुरमार्गः. (1) - वलज (नपुं)
वल्गुदर्शना. (1) - वलजा (स्त्री)
पुरमार्गः. (1) - वलज (नपुं)
वल्गुदर्शना. (1) - वलजा (स्त्री)
समक्ष्मांशः. (1) - आजि (स्त्री)
जनः. (1) - प्रजा (स्त्री)
सन्ततिः. (1) - प्रजा (स्त्री)
जनः. (1) - प्रजा (स्त्री)
सन्ततिः. (1) - प्रजा (स्त्री)
शङ्खः. (1) - अब्ज (पुं)
आत्मीयम्. (1) - निज (वि)
नित्यम्. (1) - निज (वि)
आत्मीयम्. (1) - निज (वि)
नित्यम्. (1) - निज (वि)
पुरुषः. (1) - क्षेत्रज्ञ (पुं)
कुशलः. (1) - क्षेत्रज्ञ (वि)
कुशलः. (1) - क्षेत्रज्ञ (वि)
बुद्धिः. (1) - संज्ञा (स्त्री)
गायत्रीच्छन्दः. (1) - संज्ञा (स्त्री)
हस्तादिनार्थसूचना. (1) - संज्ञा (स्त्री)
नाम. (1) - संज्ञा (स्त्री)
सूर्यपत्नी. (1) - संज्ञा (स्त्री)
गायत्रीच्छन्दः. (1) - संज्ञा (स्त्री)
हस्तादिनार्थसूचना. (1) - संज्ञा (स्त्री)
नाम. (1) - संज्ञा (स्त्री)
सूर्यपत्नी. (1) - संज्ञा (स्त्री)
गजगण्डः. (1) - करट (पुं)
शिवः. (1) - शिपिविष्ट (पुं)
खलः. (1) - शिपिविष्ट (पुं)
दुश्चर्मः. (1) - शिपिविष्ट (पुं)
खलः. (1) - शिपिविष्ट (पुं)
दुश्चर्मः. (1) - शिपिविष्ट (पुं)
देवशिल्पिः. (1) - त्वष्टृ (पुं)
अकार्यम्. (1) - कटु (नपुं)
कटुरसः. (1) - कटु (पुं)
मत्सरः. (1) - कटु (वि)
तीक्ष्णम्. (1) - कटु (वि)
कटुरसः. (1) - कटु (पुं)
मत्सरः. (1) - कटु (वि)
तीक्ष्णम्. (1) - कटु (वि)
क्षेमम्. (1) - रिष्ट (नपुं)
अशुभम्. (2) - रिष्ट (नपुं), अरिष्ट (नपुं)
अभावः. (1) - रिष्ट (नपुं)
शुभम्. (1) - अरिष्ट (नपुं)
अशुभम्. (2) - रिष्ट (नपुं), अरिष्ट (नपुं)
अभावः. (1) - रिष्ट (नपुं)
शुभम्. (1) - अरिष्ट (नपुं)
माया. (1) - कूट (पुं-नपुं)
निश्चलवस्तु. (1) - कूट (पुं-नपुं)
राशिः. (1) - कूट (पुं-नपुं)
कपटः. (1) - कूट (पुं-नपुं)
असत्यवचनम्. (1) - कूट (पुं-नपुं)
यन्त्रम्. (1) - कूट (पुं-नपुं)
अयोघनम्. (1) - कूट (पुं-नपुं)
सीराङ्गः. (1) - कूट (पुं-नपुं)
निश्चलवस्तु. (1) - कूट (पुं-नपुं)
राशिः. (1) - कूट (पुं-नपुं)
कपटः. (1) - कूट (पुं-नपुं)
असत्यवचनम्. (1) - कूट (पुं-नपुं)
यन्त्रम्. (1) - कूट (पुं-नपुं)
अयोघनम्. (1) - कूट (पुं-नपुं)
सीराङ्गः. (1) - कूट (पुं-नपुं)
अल्पम्. (1) - त्रुटि (स्त्री)
समयः. (1) - त्रुटि (स्त्री)
संशयः. (1) - त्रुटि (स्त्री)
समयः. (1) - त्रुटि (स्त्री)
संशयः. (1) - त्रुटि (स्त्री)
अत्युत्कर्षः. (1) - कोटी (स्त्री)
आश्रयः. (1) - कोटी (स्त्री)
मूलम्. (1) - जटा (स्त्री)
आश्रयः. (1) - कोटी (स्त्री)
मूलम्. (1) - जटा (स्त्री)
फलम्. (1) - व्युष्टि (स्त्री)
समृद्धिः. (1) - व्युष्टि (स्त्री)
ज्ञानम्. (1) - दृष्टि (स्त्री)
वीक्षणम्. (1) - दृष्टि (स्त्री)
समृद्धिः. (1) - व्युष्टि (स्त्री)
ज्ञानम्. (1) - दृष्टि (स्त्री)
वीक्षणम्. (1) - दृष्टि (स्त्री)
इच्छा. (1) - इष्टि (स्त्री)
यज्ञः. (1) - इष्टि (स्त्री)
बहूनि. (1) - सृष्टि (वि)
निश्चितम्. (1) - सृष्टि (वि)
यज्ञः. (1) - इष्टि (स्त्री)
बहूनि. (1) - सृष्टि (वि)
निश्चितम्. (1) - सृष्टि (वि)
दुष्प्रवेशः. (1) - कष्ट (वि)
अमन्दः. (1) - पटु (वि)
औषधम्. (1) - पटु (वि)
शिवः. (1) - नीलकण्ठ (पुं)
औषधम्. (1) - पटु (वि)
शिवः. (1) - नीलकण्ठ (पुं)
अन्तर्जठरम्. (1) - कोष्ठ (पुं)
अन्तर्गृहम्. (1) - कोष्ठ (पुं)
कुसूलः. (1) - कोष्ठ (पुं)
अन्तर्गृहम्. (1) - कोष्ठ (पुं)
कुसूलः. (1) - कोष्ठ (पुं)
अन्त्यम्. (1) - निष्ठा (स्त्री)
नाशः. (1) - निष्ठा (स्त्री)
निष्पत्तिः. (1) - निष्ठा (स्त्री)
मर्यादा. (1) - काष्ठा (स्त्री)
उत्कर्षः. (1) - काष्ठा (स्त्री)
नाशः. (1) - निष्ठा (स्त्री)
निष्पत्तिः. (1) - निष्ठा (स्त्री)
मर्यादा. (1) - काष्ठा (स्त्री)
उत्कर्षः. (1) - काष्ठा (स्त्री)
अतिशस्तः. (1) - ज्येष्ठ (वि)
अल्पम्. (1) - कनिष्ठा (वि)
अतियुवा. (1) - कनिष्ठा (वि)
अल्पम्. (1) - कनिष्ठा (वि)
अतियुवा. (1) - कनिष्ठा (वि)
लगुडः. (1) - दण्ड (पुं-नपुं)
गोलः. (1) - गुड (पुं)
इक्षुपाकः. (1) - गुड (पुं)
गोलः. (1) - गुड (पुं)
इक्षुपाकः. (1) - गुड (पुं)
सर्पः. (1) - व्याड (पुं)
मांसात्पशुः. (1) - व्याड (पुं)
भूमिः. (1) - इडा (स्त्री)
गौः. (2) - इडा (स्त्री), इला (स्त्री)
वचनम्. (2) - इडा (स्त्री), इला (स्त्री)
मांसात्पशुः. (1) - व्याड (पुं)
भूमिः. (1) - इडा (स्त्री)
गौः. (2) - इडा (स्त्री), इला (स्त्री)
वचनम्. (2) - इडा (स्त्री), इला (स्त्री)
वंशशलाका. (1) - क्ष्वेडा (स्त्री)
षट् क्षणकालः. (1) - नाडी (स्त्री)
षट् क्षणकालः. (1) - नाडी (स्त्री)
अवसरः. (1) - काण्ड (पुं-नपुं)
अधमम्. (1) - काण्ड (पुं-नपुं)
बाणः. (1) - काण्ड (पुं-नपुं)
जलम्. (1) - काण्ड (पुं-नपुं)
वर्गः. (1) - काण्ड (पुं-नपुं)
दण्डः. (1) - काण्ड (पुं-नपुं)
अधमम्. (1) - काण्ड (पुं-नपुं)
बाणः. (1) - काण्ड (पुं-नपुं)
जलम्. (1) - काण्ड (पुं-नपुं)
वर्गः. (1) - काण्ड (पुं-नपुं)
दण्डः. (1) - काण्ड (पुं-नपुं)
अश्वभूषा. (1) - भाण्ड (नपुं)
मूलवणिग्धनम्. (1) - भाण्ड (नपुं)
मूलवणिग्धनम्. (1) - भाण्ड (नपुं)
भृशप्रतिज्ञा. (1) - बाढ (नपुं)
भृशम्. (1) - प्रगाढ (नपुं)
दुःखम्. (1) - प्रगाढ (नपुं)
भृशम्. (1) - प्रगाढ (नपुं)
दुःखम्. (1) - प्रगाढ (नपुं)
शक्तः. (1) - दृढ (वि)
स्थूलम्. (1) - दृढ (वि)
संहतः. (1) - व्यूढ (वि)
विन्यस्तः. (1) - व्यूढ (वि)
स्थूलम्. (1) - दृढ (वि)
संहतः. (1) - व्यूढ (वि)
विन्यस्तः. (1) - व्यूढ (वि)
शिशुः. (1) - भ्रूण (पुं)
बलिसुतः. (1) - बाण (पुं)
बलिसुतः. (1) - बाण (पुं)
अतिसूक्ष्मधान्यांशः. (1) - कण (पुं)
सङ्घातः. (1) - गण (पुं)
शिवानुचरः. (1) - गण (पुं)
सङ्घातः. (1) - गण (पुं)
शिवानुचरः. (1) - गण (पुं)
भृतिः. (1) - पण (पुं)
धनम्. (1) - पण (पुं)
द्यूतादिषूत्सृष्टः. (1) - पण (पुं)
धनम्. (1) - पण (पुं)
द्यूतादिषूत्सृष्टः. (1) - पण (पुं)
रूपरसगन्धादयः. (1) - गुण (पुं)
सत्वरजस्तमाः. (1) - गुण (पुं)
शुक्लनीलादयः. (1) - गुण (पुं)
सन्धिविग्रहादयः. (1) - गुण (पुं)
सत्वरजस्तमाः. (1) - गुण (पुं)
शुक्लनीलादयः. (1) - गुण (पुं)
सन्धिविग्रहादयः. (1) - गुण (पुं)
निर्व्यापारस्थितिः. (1) - क्षण (पुं)
शुक्लादयः. (1) - वर्ण (पुं)
स्तुतिः. (1) - वर्ण (पुं)
ब्राह्मणादिवर्णचतुष्टयवाचकः. (1) - वर्ण (पुं)
अक्षरम्. (1) - वर्ण (पुं-नपुं)
स्तुतिः. (1) - वर्ण (पुं)
ब्राह्मणादिवर्णचतुष्टयवाचकः. (1) - वर्ण (पुं)
अक्षरम्. (1) - वर्ण (पुं-नपुं)
काकः. (1) - द्रोण (पुं)
शब्दः. (1) - रण (पुं)
शब्दः. (1) - रण (पुं)
क्षुरिः. (1) - ग्रामणी (पुं)
श्रेष्ठः. (1) - ग्रामणी (वि)
ग्रामाधिपः. (1) - ग्रामणी (वि)
श्रेष्ठः. (1) - ग्रामणी (वि)
ग्रामाधिपः. (1) - ग्रामणी (वि)
मेषलोमः. (1) - ऊर्णा (स्त्री)
भ्रुवौ अन्तरा आवर्तः. (1) - ऊर्णा (स्त्री)
भ्रुवौ अन्तरा आवर्तः. (1) - ऊर्णा (स्त्री)
हरितवलयः. (1) - हरिणी (स्त्री)
हेमप्रतिमा. (1) - हरिणी (स्त्री)
मृगी. (1) - हरिणी (स्त्री)
हेमप्रतिमा. (1) - हरिणी (स्त्री)
मृगी. (1) - हरिणी (स्त्री)
स्तम्भः. (1) - स्थूणा (स्त्री)
वेश्मा. (1) - स्थूणा (स्त्री)
वेश्मा. (1) - स्थूणा (स्त्री)
स्पृहा. (1) - तृष्णा (स्त्री)
पिपासा. (1) - तृष्णा (स्त्री)
जुगुप्सा. (1) - घृणा (स्त्री)
पिपासा. (1) - तृष्णा (स्त्री)
जुगुप्सा. (1) - घृणा (स्त्री)
वणिक्पथः. (1) - विपणि (स्त्री)
पश्चिमदिग्देशकालाः. (1) - वारुणी (स्त्री)
सुरा. (1) - वारुणी (स्त्री)
पश्चिमदिग्देशकालाः. (1) - वारुणी (स्त्री)
सुरा. (1) - वारुणी (स्त्री)
हस्तिः. (1) - करेणु (पुं)
हस्तिनी. (1) - करेणु (स्त्री)
द्रव्यम्. (1) - द्रविण (नपुं)
बलम्. (1) - द्रविण (नपुं)
हस्तिनी. (1) - करेणु (स्त्री)
द्रव्यम्. (1) - द्रविण (नपुं)
बलम्. (1) - द्रविण (नपुं)
रक्षिता. (1) - शरण (नपुं)
गृहम्. (1) - शरण (नपुं)
पद्मम्. (1) - श्रीपर्ण (नपुं)
गृहम्. (1) - शरण (नपुं)
पद्मम्. (1) - श्रीपर्ण (नपुं)
अभिमरः. (1) - तीक्ष्ण (नपुं)
विषम्. (1) - तीक्ष्ण (नपुं)
विषम्. (1) - तीक्ष्ण (नपुं)
इयत्ता. (1) - प्रमाण (नपुं)
कारणम्. (1) - प्रमाण (नपुं)
मर्यादा. (1) - प्रमाण (नपुं)
प्रमाता. (1) - प्रमाण (नपुं)
शास्त्रम्. (1) - प्रमाण (नपुं)
कारणम्. (1) - प्रमाण (नपुं)
मर्यादा. (1) - प्रमाण (नपुं)
प्रमाता. (1) - प्रमाण (नपुं)
शास्त्रम्. (1) - प्रमाण (नपुं)
साधकतमम्. (1) - करण (नपुं)
क्षेत्रम्. (1) - करण (नपुं)
देहः. (1) - करण (नपुं)
इन्द्रियम्. (1) - करण (नपुं)
क्षेत्रम्. (1) - करण (नपुं)
देहः. (1) - करण (नपुं)
इन्द्रियम्. (1) - करण (नपुं)
निष्प्रयाससैन्यगमनम्. (1) - संसरण (नपुं)
प्राण्युत्पादरूपसंसारम्. (1) - संसरण (नपुं)
प्राण्युत्पादरूपसंसारम्. (1) - संसरण (नपुं)
उन्नयनक्रिया. (1) - समुद्गिरण (नपुं)
वान्तान्नः. (1) - समुद्गिरण (नपुं)
वान्तान्नः. (1) - समुद्गिरण (नपुं)
पशुशृङ्गः. (1) - विषाण (वि)
इभदन्तः. (1) - विषाण (वि)
इभदन्तः. (1) - विषाण (वि)
चतुष्पथम्. (1) - प्रवण (पुं)
क्रमनिम्नोर्वी. (1) - प्रवण (वि)
प्रह्वः. (1) - प्रवण (वि)
क्रमनिम्नोर्वी. (1) - प्रवण (वि)
प्रह्वः. (1) - प्रवण (वि)
निचितम्. (1) - सङ्कीर्ण (वि)
अशुद्धः. (1) - सङ्कीर्ण (वि)
शून्यम्. (1) - ईरिण (वि)
ऊषरदेशः. (1) - ईरिण (वि)
अशुद्धः. (1) - सङ्कीर्ण (वि)
शून्यम्. (1) - ईरिण (वि)
ऊषरदेशः. (1) - ईरिण (वि)
सेतुः. (1) - वरण (पुं)
कचोच्चयः. (1) - वेणी (स्त्री)
नदीभेदः. (1) - वेणी (स्त्री)
कचोच्चयः. (1) - वेणी (स्त्री)
नदीभेदः. (1) - वेणी (स्त्री)
देवः. (1) - विवस्वत् (पुं)
नदविशेषः. (1) - सरस्वत् (पुं)
नदविशेषः. (1) - सरस्वत् (पुं)
भासः. (1) - शकुन्त (पुं)
उत्पातः. (1) - धूमकेतु (पुं)
अग्निः. (1) - धूमकेतु (पुं)
पर्वतः. (1) - जीमूत (पुं)
अग्निः. (1) - धूमकेतु (पुं)
पर्वतः. (1) - जीमूत (पुं)
हस्तः. (1) - हस्त (पुं)
नक्षत्रनाम. (1) - हस्त (पुं)
वायुदेवः. (1) - मरुत् (पुं)
नक्षत्रनाम. (1) - हस्त (पुं)
वायुदेवः. (1) - मरुत् (पुं)
हस्तिपकः. (1) - यन्तृ (पुं)
पोष्टा. (1) - भर्तृ (पुं)
धाता. (1) - भर्तृ (पुं)
पोष्टा. (1) - भर्तृ (पुं)
धाता. (1) - भर्तृ (पुं)
नौका. (1) - पोत (पुं)
ग्रहभेदः. (1) - केतु (पुं)
पताका. (1) - केतु (पुं)
राजा. (1) - सुत (पुं)
पताका. (1) - केतु (पुं)
राजा. (1) - सुत (पुं)
कारुभेदः. (1) - स्थपति (पुं)
पर्वतः. (1) - भूभृत् (पुं)
राजा. (1) - भूभृत् (पुं)
पर्वतः. (1) - भूभृत् (पुं)
राजा. (1) - भूभृत् (पुं)
राजा. (1) - मूर्धाभिषिक्त (पुं)
आर्तवम्. (1) - ऋतु (पुं)
आर्तवम्. (1) - ऋतु (पुं)
विष्णुः. (2) - अजित (पुं), अव्यक्त (पुं)
तक्षः. (1) - सूत (पुं)
तक्षः. (1) - सूत (पुं)
विद्वान्. (1) - व्यक्त (वि)
शास्त्रम्. (1) - दृष्टान्त (पुं)
निदर्शनम्. (1) - दृष्टान्त (पुं)
शास्त्रम्. (1) - दृष्टान्त (पुं)
निदर्शनम्. (1) - दृष्टान्त (पुं)
द्वारपालकः. (1) - क्षन्त्रृ (पुं)
भेदः. (1) - वृत्तान्त (पुं)
कार्त्स्न्यम्. (1) - वृत्तान्त (पुं)
प्रकरणम्. (1) - वृत्तान्त (पुं)
कार्त्स्न्यम्. (1) - वृत्तान्त (पुं)
प्रकरणम्. (1) - वृत्तान्त (पुं)
जननिवासस्थानम्. (1) - आनर्त (पुं)
नृत्यस्थानम्. (1) - आनर्त (पुं)
युद्धम्. (1) - आनर्त (पुं)
नृत्यस्थानम्. (1) - आनर्त (पुं)
युद्धम्. (1) - आनर्त (पुं)
सिद्धान्तः. (1) - कृतान्त (पुं)
अकुशलकर्मम्. (1) - कृतान्त (पुं)
प्राक्तनशुभाशुभकर्मः. (1) - कृतान्त (पुं)
अकुशलकर्मम्. (1) - कृतान्त (पुं)
प्राक्तनशुभाशुभकर्मः. (1) - कृतान्त (पुं)
श्लेष्मादिः. (1) - धातु (पुं)
रसरक्तादिः. (1) - धातु (पुं)
महाभूताः. (1) - धातु (पुं)
महाभूतगुणाः. (1) - धातु (पुं)
इन्द्रियम्. (1) - धातु (पुं)
अश्मविकृतिः. (1) - धातु (पुं)
शब्दयोनिः. (1) - धातु (पुं)
रसरक्तादिः. (1) - धातु (पुं)
महाभूताः. (1) - धातु (पुं)
महाभूतगुणाः. (1) - धातु (पुं)
इन्द्रियम्. (1) - धातु (पुं)
अश्मविकृतिः. (1) - धातु (पुं)
शब्दयोनिः. (1) - धातु (पुं)
कक्षान्तरम्. (1) - शुद्धान्त (पुं)
नृपस्यासर्वगोचरप्रदेशः. (1) - शुद्धान्त (पुं)
नृपस्यासर्वगोचरप्रदेशः. (1) - शुद्धान्त (पुं)
काठिन्यम्. (1) - मूर्ति (स्त्री)
कासूः. (1) - शक्ति (स्त्री)
कासूः. (1) - शक्ति (स्त्री)
विशालता. (1) - व्रतति (स्त्री)
रात्रिः. (1) - वसति (स्त्री)
वेश्मा. (1) - वसति (स्त्री)
रात्रिः. (1) - वसति (स्त्री)
वेश्मा. (1) - वसति (स्त्री)
अपचयः. (1) - अपचिति (स्त्री)
दानम्. (1) - साति (स्त्री)
दानम्. (1) - साति (स्त्री)
धनुष्कोटिः. (1) - अर्ति (स्त्री)
दुःखम्. (1) - अर्ति (स्त्री)
जननम्. (1) - जाति (स्त्री)
सामान्यम्. (1) - जाति (स्त्री)
दुःखम्. (1) - अर्ति (स्त्री)
जननम्. (1) - जाति (स्त्री)
सामान्यम्. (1) - जाति (स्त्री)
डिम्बः. (1) - ईति (स्त्री)
प्रवासः. (1) - ईति (स्त्री)
प्रचारः. (1) - रीति (स्त्री)
स्यन्दः. (1) - रीति (स्त्री)
प्रवासः. (1) - ईति (स्त्री)
प्रचारः. (1) - रीति (स्त्री)
स्यन्दः. (1) - रीति (स्त्री)
उदयः. (1) - प्राप्ति (स्त्री)
अधिकफलम्. (1) - प्राप्ति (स्त्री)
अग्निः. (1) - त्रेता (स्त्री)
त्रेतायुगम्. (1) - त्रेता (स्त्री)
अधिकफलम्. (1) - प्राप्ति (स्त्री)
अग्निः. (1) - त्रेता (स्त्री)
त्रेतायुगम्. (1) - त्रेता (स्त्री)
वीणाभेदः. (1) - महती (स्त्री)
धनसमृद्धिः. (1) - भूति (स्त्री)
धनसमृद्धिः. (1) - भूति (स्त्री)
नगरम्. (1) - भोगवती (स्त्री)
नदी. (1) - भोगवती (स्त्री)
नागाः. (1) - भोगवती (स्त्री)
नदी. (1) - भोगवती (स्त्री)
नागाः. (1) - भोगवती (स्त्री)
सङ्गम्. (1) - समिति (स्त्री)
सङ्गरम्. (1) - समिति (स्त्री)
अपचयः. (1) - क्षिति (स्त्री)
वासः. (1) - क्षिति (स्त्री)
सङ्गरम्. (1) - समिति (स्त्री)
अपचयः. (1) - क्षिति (स्त्री)
वासः. (1) - क्षिति (स्त्री)
आयुधम्. (1) - हेति (स्त्री)
रवेरर्चिः. (1) - हेति (स्त्री)
रवेरर्चिः. (1) - हेति (स्त्री)
जगतीच्छन्दः. (1) - जगती (स्त्री)
पङ्क्तिच्छन्दः. (1) - पङ्क्ति (स्त्री)
दशमम्. (1) - पङ्क्ति (स्त्री)
प्रभावः. (1) - आयति (स्त्री)
दशमम्. (1) - पङ्क्ति (स्त्री)
प्रभावः. (1) - आयति (स्त्री)
गतिः. (1) - पत्ति (स्त्री)
पुरुषलिङ्गः. (1) - प्रकृति (स्त्री)
स्त्रीयोनिः. (1) - प्रकृति (स्त्री)
कैशिक्याद्याः. (1) - वृत्ति (स्त्री)
स्त्रीयोनिः. (1) - प्रकृति (स्त्री)
कैशिक्याद्याः. (1) - वृत्ति (स्त्री)
वालुका. (1) - सिकता (स्त्री-बहु)
श्रवः. (1) - श्रुति (स्त्री)
वेदः. (1) - श्रुति (स्त्री)
श्रवः. (1) - श्रुति (स्त्री)
वेदः. (1) - श्रुति (स्त्री)
जनितात्यर्थानुरागा. (1) - वनिता (स्त्री)
क्षितिव्युदासः. (1) - गुप्ति (स्त्री)
धारणम्. (1) - धृति (स्त्री)
धैर्यम्. (1) - धृति (स्त्री)
धारणम्. (1) - धृति (स्त्री)
धैर्यम्. (1) - धृति (स्त्री)
बृहतीच्छन्दः. (1) - बृहती (स्त्री)
महती. (1) - बृहती (स्त्री)
महती. (1) - बृहती (स्त्री)
हस्तिनी. (1) - वासिता (स्त्री)
स्त्री. (1) - वासिता (स्त्री)
लोकप्रवादः. (1) - वार्ता (स्त्री)
स्त्री. (1) - वासिता (स्त्री)
लोकप्रवादः. (1) - वार्ता (स्त्री)
निःसारम्. (1) - वार्त (नपुं)
अरोगः. (1) - वार्त (वि)
जलम्. (1) - घृत (नपुं)
अरोगः. (1) - वार्त (वि)
जलम्. (1) - घृत (नपुं)
रूप्यकम्. (1) - कलधौत (नपुं)
सुवर्णम्. (1) - कलधौत (नपुं)
कारणम्. (1) - निमित्त (नपुं)
चिह्नम्. (1) - निमित्त (नपुं)
सुवर्णम्. (1) - कलधौत (नपुं)
कारणम्. (1) - निमित्त (नपुं)
चिह्नम्. (1) - निमित्त (नपुं)
अवधृतम्. (1) - श्रुत (नपुं)
शास्त्रम्. (1) - श्रुत (नपुं)
कृतयुगम्. (1) - कृत (नपुं)
पर्याप्तिः. (1) - कृत (नपुं)
शास्त्रम्. (1) - श्रुत (नपुं)
कृतयुगम्. (1) - कृत (नपुं)
पर्याप्तिः. (1) - कृत (नपुं)
महाभीतिः. (1) - अत्याहित (नपुं)
जीवानपेक्षिः. (1) - अत्याहित (नपुं)
जीवानपेक्षिः. (1) - अत्याहित (नपुं)
आवृतम्. (1) - भूत (नपुं)
अतीतः. (1) - भूत (नपुं)
भूमिः. (1) - भूत (नपुं)
प्राणी. (1) - भूत (नपुं)
युक्तम्. (1) - भूत (नपुं)
अतीतः. (1) - भूत (नपुं)
भूमिः. (1) - भूत (नपुं)
प्राणी. (1) - भूत (नपुं)
युक्तम्. (1) - भूत (नपुं)
चरित्रम्. (1) - वृत्त (नपुं)
पद्यम्. (1) - वृत्त (नपुं)
अतीतः. (1) - वृत्त (वि)
दृढम्. (1) - वृत्त (वि)
पद्यम्. (1) - वृत्त (नपुं)
अतीतः. (1) - वृत्त (वि)
दृढम्. (1) - वृत्त (वि)
राज्यम्. (1) - महत् (नपुं)
जनवादः. (1) - अवगीत (नपुं)
गर्हितम्. (1) - अवगीत (वि)
जनवादः. (1) - अवगीत (नपुं)
गर्हितम्. (1) - अवगीत (वि)
रूप्यकम्. (2) - श्वेत (नपुं), रजत (नपुं)
सुवर्णम्. (1) - रजत (नपुं)
शुक्लवर्णयुक्तः. (1) - रजत (वि)
सुवर्णम्. (1) - रजत (नपुं)
शुक्लवर्णयुक्तः. (1) - रजत (वि)
चरम्. (1) - जगत् (वि)
नील्यादिरागिः. (1) - रक्त (वि)
नील्यादिरागिः. (1) - रक्त (वि)
शुक्लवर्णयुक्तः. (1) - अवदात (वि)
पीतवर्णः. (1) - अवदात (वि)
शुद्धम्. (1) - अवदात (वि)
पीतवर्णः. (1) - अवदात (वि)
शुद्धम्. (1) - अवदात (वि)
कृत्रिमम्. (1) - संस्कृत (वि)
लक्षणोपेतम्. (1) - संस्कृत (वि)
अतिसंस्कृतम्. (1) - अभिनीत (वि)
मर्षिः. (1) - अभिनीत (वि)
युक्तम्. (1) - अभिनीत (वि)
लक्षणोपेतम्. (1) - संस्कृत (वि)
अतिसंस्कृतम्. (1) - अभिनीत (वि)
मर्षिः. (1) - अभिनीत (वि)
युक्तम्. (1) - अभिनीत (वि)
अनवधिः. (1) - अनन्त (वि)
प्रमुदितः. (1) - प्रतीत (वि)
कुलजः. (1) - अभिजात (वि)
बुधः. (1) - अभिजात (वि)
कुलजः. (1) - अभिजात (वि)
बुधः. (1) - अभिजात (वि)
पवित्रः. (1) - विविक्ति (वि)
विजनः. (1) - विविक्ति (वि)
मूर्खः. (1) - मूर्छित (वि)
सोच्छ्रयः. (1) - मूर्छित (वि)
विजनः. (1) - विविक्ति (वि)
मूर्खः. (1) - मूर्छित (वि)
सोच्छ्रयः. (1) - मूर्छित (वि)
शुल्कवर्णः. (1) - शिति (वि)
कृष्णवर्णः. (1) - शिति (वि)
अम्लरसः. (1) - शुक्त (वि)
परुषम्. (1) - शुक्त (वि)
कृष्णवर्णः. (1) - शिति (वि)
अम्लरसः. (1) - शुक्त (वि)
परुषम्. (1) - शुक्त (वि)
अभ्यर्हितम्. (1) - सत् (वि)
प्रशस्तम्. (1) - सत् (वि)
विद्यमानम्. (1) - सत् (वि)
साधुः. (1) - सत् (वि)
सत्यम्. (1) - सत् (वि)
प्रशस्तम्. (1) - सत् (वि)
विद्यमानम्. (1) - सत् (वि)
साधुः. (1) - सत् (वि)
सत्यम्. (1) - सत् (वि)
अरात्यभियुक्ते अग्रतः कृतः. (1) - पुरस्कृत (वि)
पूजितः. (1) - पुरस्कृत (वि)
पूजितः. (1) - पुरस्कृत (वि)
आश्रयः. (1) - निवात (वि)
अवातः. (1) - निवात (वि)
शस्त्राभेद्यः. (1) - निवात (वि)
वर्मः. (1) - निवात (वि)
अवातः. (1) - निवात (वि)
शस्त्राभेद्यः. (1) - निवात (वि)
वर्मः. (1) - निवात (वि)
जातः. (1) - उच्छ्रित (वि)
प्रवृद्धम्. (1) - उच्छ्रित (वि)
उन्नद्धः. (1) - उच्छ्रित (वि)
प्रोद्यतः. (1) - उत्थित (वि)
उत्पन्नः. (1) - उत्थित (वि)
वृद्धिमत्. (1) - उत्थित (वि)
प्रवृद्धम्. (1) - उच्छ्रित (वि)
उन्नद्धः. (1) - उच्छ्रित (वि)
प्रोद्यतः. (1) - उत्थित (वि)
उत्पन्नः. (1) - उत्थित (वि)
वृद्धिमत्. (1) - उत्थित (वि)
अर्चितः. (1) - आदृत (वि)
सादरः. (1) - आदृत (वि)
सादरः. (1) - आदृत (वि)
अभिधेयः. (1) - अर्थ (पुं)
निवृत्तिः. (1) - अर्थ (पुं)
प्रयोजनम्. (1) - अर्थ (पुं)
वस्तु. (1) - अर्थ (पुं)
निवृत्तिः. (1) - अर्थ (पुं)
प्रयोजनम्. (1) - अर्थ (पुं)
वस्तु. (1) - अर्थ (पुं)
आगमः. (1) - तीर्थ (नपुं)
कूपसमीपरचितजलाधारः. (1) - तीर्थ (नपुं)
ऋषिजुष्टजलम्. (1) - तीर्थ (नपुं)
संस्कारादिकर्तुर्गुरुः. (1) - तीर्थ (नपुं)
कूपसमीपरचितजलाधारः. (1) - तीर्थ (नपुं)
ऋषिजुष्टजलम्. (1) - तीर्थ (नपुं)
संस्कारादिकर्तुर्गुरुः. (1) - तीर्थ (नपुं)
अन्योन्यसम्बद्धार्थः. (1) - समर्थ (वि)
हितम्. (1) - समर्थ (वि)
शक्तिस्थः. (1) - समर्थ (वि)
हितम्. (1) - समर्थ (वि)
शक्तिस्थः. (1) - समर्थ (वि)
क्षीणरागः. (1) - दशमीस्थ (पुं)
वृद्धः. (1) - दशमीस्थ (पुं)
मार्गः. (1) - वीथी (स्त्री)
वृद्धः. (1) - दशमीस्थ (पुं)
मार्गः. (1) - वीथी (स्त्री)
सभा. (1) - आस्था (स्त्री)
यत्नः. (1) - आस्था (स्त्री)
मानः. (1) - प्रस्थ (पुं-नपुं)
यत्नः. (1) - आस्था (स्त्री)
मानः. (1) - प्रस्थ (पुं-नपुं)
शास्त्रम्. (1) - ग्रन्थ (पुं)
द्रव्यम्. (1) - ग्रन्थ (पुं)
आधारः. (1) - संस्था (स्त्री)
स्थितिः. (1) - संस्था (स्त्री)
मृतिः. (1) - संस्था (स्त्री)
द्रव्यम्. (1) - ग्रन्थ (पुं)
आधारः. (1) - संस्था (स्त्री)
स्थितिः. (1) - संस्था (स्त्री)
मृतिः. (1) - संस्था (स्त्री)
अभिप्रायः. (1) - छन्द (पुं)
वशः. (1) - छन्द (पुं)
मेघः. (1) - अब्द (पुं)
वत्सरः. (1) - अब्द (पुं)
वशः. (1) - छन्द (पुं)
मेघः. (1) - अब्द (पुं)
वत्सरः. (1) - अब्द (पुं)
अज्ञः. (1) - अपवाद (पुं)
निन्दा. (1) - अपवाद (पुं)
पुत्रः. (1) - दायाद (पुं)
सगोत्रः. (1) - दायाद (पुं)
निन्दा. (1) - अपवाद (पुं)
पुत्रः. (1) - दायाद (पुं)
सगोत्रः. (1) - दायाद (पुं)
किरणः. (1) - पाद (पुं)
तुर्यांशः. (1) - पाद (पुं)
अग्निः. (1) - तमोनुद् (पुं)
चन्द्रः. (1) - तमोनुद् (पुं)
सूर्यः. (1) - तमोनुद् (पुं)
तुर्यांशः. (1) - पाद (पुं)
अग्निः. (1) - तमोनुद् (पुं)
चन्द्रः. (1) - तमोनुद् (पुं)
सूर्यः. (1) - तमोनुद् (पुं)
जनवादः. (1) - निर्वाद (पुं)
नूतनतृणम्. (1) - शाद (पुं)
नूतनतृणम्. (1) - शाद (पुं)
सरवरोदनम्. (1) - आक्रन्द (पुं)
त्राता. (1) - आक्रन्द (पुं)
दारुणरणम्. (1) - आक्रन्द (पुं)
त्राता. (1) - आक्रन्द (पुं)
दारुणरणम्. (1) - आक्रन्द (पुं)
अनुसरणम्. (1) - प्रसाद (पुं)
व्यञ्जनम्. (1) - सूद (वि)
व्यञ्जनम्. (1) - सूद (वि)
गोपालः. (1) - गोविन्द (पुं)
आनन्दः. (1) - आमोद (पुं)
मदः. (1) - आमोद (पुं)
आनन्दः. (1) - आमोद (पुं)
मदः. (1) - आमोद (पुं)
प्राधान्यम्. (1) - ककुद (पुं-नपुं)
राजचिह्नम्. (1) - ककुद (पुं-नपुं)
वृषाङ्गम्. (1) - ककुद (पुं-नपुं)
राजचिह्नम्. (1) - ककुद (पुं-नपुं)
वृषाङ्गम्. (1) - ककुद (पुं-नपुं)
ज्ञानम्. (1) - संविद् (स्त्री)
क्रियाकारः. (1) - संविद् (स्त्री)
सम्भाषणम्. (1) - संविद् (स्त्री)
युद्धम्. (1) - संविद् (स्त्री)
क्रियाकारः. (1) - संविद् (स्त्री)
सम्भाषणम्. (1) - संविद् (स्त्री)
युद्धम्. (1) - संविद् (स्त्री)
धर्मः. (1) - उपनिषद् (स्त्री)
रहस्यम्. (1) - उपनिषद् (स्त्री)
वत्सरः. (1) - शरद् (स्त्री)
रहस्यम्. (1) - उपनिषद् (स्त्री)
वत्सरः. (1) - शरद् (स्त्री)
वस्तु. (1) - पद (नपुं)
चरणः. (1) - पद (नपुं)
चिह्नम्. (1) - पद (नपुं)
स्थानम्. (1) - पद (नपुं)
त्राणनम्. (1) - पद (नपुं)
व्यवसितिः. (1) - पद (नपुं)
चरणः. (1) - पद (नपुं)
चिह्नम्. (1) - पद (नपुं)
स्थानम्. (1) - पद (नपुं)
त्राणनम्. (1) - पद (नपुं)
व्यवसितिः. (1) - पद (नपुं)
मानः. (1) - गोष्पद (नपुं)
सेवितः. (1) - गोष्पद (नपुं)
कृत्यम्. (1) - आस्पद (नपुं)
प्रतिष्ठा. (1) - आस्पद (नपुं)
सेवितः. (1) - गोष्पद (नपुं)
कृत्यम्. (1) - आस्पद (नपुं)
प्रतिष्ठा. (1) - आस्पद (नपुं)
मधुरम्. (1) - स्वादु (वि)
यथेप्सितम्. (1) - स्वादु (वि)
अतीक्ष्णः. (1) - मृदु (वि)
यथेप्सितम्. (1) - स्वादु (वि)
अतीक्ष्णः. (1) - मृदु (वि)
अल्पम्. (1) - मन्द (वि)
अपटुः. (1) - मन्द (वि)
मूर्खः. (1) - मन्द (वि)
निर्भाग्यः. (1) - मन्द (वि)
प्रत्यग्रः. (1) - शारद (वि)
अप्रतिभः. (1) - शारद (वि)
अपटुः. (1) - मन्द (वि)
मूर्खः. (1) - मन्द (वि)
निर्भाग्यः. (1) - मन्द (वि)
प्रत्यग्रः. (1) - शारद (वि)
अप्रतिभः. (1) - शारद (वि)
विद्वान्. (1) - विशारद (वि)
सुप्रगल्भः. (1) - विशारद (वि)
सुप्रगल्भः. (1) - विशारद (वि)
व्यामः. (1) - न्यग्रोध (पुं)
देहः. (1) - उत्सेध (पुं)
उन्नतिः. (1) - उत्सेध (पुं)
देहः. (1) - उत्सेध (पुं)
उन्नतिः. (1) - उत्सेध (पुं)
पर्याहारः. (2) - विवध (पुं), वीवध (पुं)
मार्गः. (2) - विवध (पुं), वीवध (पुं)
मार्गः. (2) - विवध (पुं), वीवध (पुं)
यज्ञियतरोः शाखा. (1) - परिधि (पुं)
उपसूर्यकः. (1) - परिधि (पुं)
उपसूर्यकः. (1) - परिधि (पुं)
अधिष्ठानम्. (1) - आधि (पुं)
बन्धकः. (1) - आधि (पुं)
व्यसनम्. (1) - आधि (पुं)
बन्धकः. (1) - आधि (पुं)
व्यसनम्. (1) - आधि (पुं)
मनोनिग्रहः. (1) - समाधि (पुं)
समर्थनम्. (1) - समाधि (पुं)
धान्यादिसञ्चयः. (1) - समाधि (पुं)
समर्थनम्. (1) - समाधि (पुं)
धान्यादिसञ्चयः. (1) - समाधि (पुं)
मुख्यानुयायिः. (1) - अनुबन्ध (पुं)
प्रकृतस्यानुवर्तनम्. (1) - अनुबन्ध (पुं)
प्रकृतिप्रत्ययादिविनश्वरः. (1) - अनुबन्ध (पुं)
शिशुः. (1) - अनुबन्ध (पुं)
दोषोत्पादः. (1) - अनुबन्ध (पुं)
प्रकृतस्यानुवर्तनम्. (1) - अनुबन्ध (पुं)
प्रकृतिप्रत्ययादिविनश्वरः. (1) - अनुबन्ध (पुं)
शिशुः. (1) - अनुबन्ध (पुं)
दोषोत्पादः. (1) - अनुबन्ध (पुं)
परिच्छेदः. (1) - अवधि (पुं)
बिलम्. (1) - अवधि (पुं)
बिलम्. (1) - अवधि (पुं)
विधानम्. (1) - विधि (पुं)
प्रार्थना. (1) - प्रणिधि (पुं)
प्रार्थना. (1) - प्रणिधि (पुं)
विद्वान्. (1) - वृद्धि (पुं)
समुदायः. (1) - स्कन्ध (पुं)
समुदायः. (1) - स्कन्ध (पुं)
नदी. (1) - सिन्धु (स्त्री)
नदविशेषः. (1) - सिन्धु (पुं)
देशः. (1) - सिन्धु (पुं)
नदविशेषः. (1) - सिन्धु (पुं)
देशः. (1) - सिन्धु (पुं)
विधिः. (1) - विधा (स्त्री)
भेदः. (1) - विधा (स्त्री)
रम्यम्. (1) - साधु (वि)
भेदः. (1) - विधा (स्त्री)
रम्यम्. (1) - साधु (वि)
पत्नी. (1) - वधू (स्त्री)
लेपः. (1) - सुधा (स्त्री)
सीहुण्डः. (1) - सुधा (स्त्री)
लेपः. (1) - सुधा (स्त्री)
सीहुण्डः. (1) - सुधा (स्त्री)
प्रतिज्ञा. (1) - सन्धा (स्त्री)
मर्यादा. (1) - सन्धा (स्त्री)
सम्प्रत्ययः. (1) - श्रद्धा (स्त्री)
स्पृहा. (1) - श्रद्धा (स्त्री)
मर्यादा. (1) - सन्धा (स्त्री)
सम्प्रत्ययः. (1) - श्रद्धा (स्त्री)
स्पृहा. (1) - श्रद्धा (स्त्री)
सुरा. (1) - मधु (पुं)
पुष्पमधुः. (1) - मधु (पुं)
अन्धकारः. (1) - अन्ध (नपुं)
पुष्पमधुः. (1) - मधु (पुं)
अन्धकारः. (1) - अन्ध (नपुं)
पण्डितम्मन्यः. (1) - समुन्नद्ध (वि)
गर्वितः. (1) - समुन्नद्ध (वि)
गर्वितः. (1) - समुन्नद्ध (वि)
ब्राह्मणाधिक्षेपः. (1) - ब्रह्मबन्धु (वि)
ब्राह्मणनिर्देशः. (1) - ब्रह्मबन्धु (वि)
ब्राह्मणनिर्देशः. (1) - ब्रह्मबन्धु (वि)
अवलम्बितः. (1) - अवष्टब्ध (वि)
अविदूरम्. (1) - अवष्टब्ध (वि)
प्रसिद्धः. (1) - प्रसिद्ध (वि)
भूषितः. (1) - प्रसिद्ध (वि)
अविदूरम्. (1) - अवष्टब्ध (वि)
प्रसिद्धः. (1) - प्रसिद्ध (वि)
भूषितः. (1) - प्रसिद्ध (वि)
धाता. (1) - भूतात्मन् (पुं)
देहः. (1) - भूतात्मन् (पुं)
मूर्खः. (1) - पृथग्जन (पुं)
देहः. (1) - भूतात्मन् (पुं)
मूर्खः. (1) - पृथग्जन (पुं)
वृक्षः. (1) - शिखरिन् (पुं)
अग्निः. (1) - शिखिन् (पुं)
अग्निः. (1) - शिखिन् (पुं)
स्पृहा. (1) - प्रतियत्न (पुं)
उपग्रहः. (1) - प्रतियत्न (पुं)
सारथिः. (1) - सादिन् (पुं)
उपग्रहः. (1) - प्रतियत्न (पुं)
सारथिः. (1) - सादिन् (पुं)
बाणः. (1) - वाजिन् (पुं)
जन्मभूमिः. (1) - अभिजन (पुं)
किरणः. (1) - हायन (पुं)
वर्षम्. (1) - हायन (पुं)
व्रीहिभेदः. (1) - हायन (पुं)
किरणः. (1) - हायन (पुं)
वर्षम्. (1) - हायन (पुं)
व्रीहिभेदः. (1) - हायन (पुं)
चन्द्रः. (1) - विरोचन (पुं)
अग्निः. (1) - विरोचन (पुं)
अग्निः. (1) - विरोचन (पुं)
केशः. (1) - वृजिन (पुं)
देवशिल्पिः. (1) - विश्वकर्मन् (पुं)
सूर्यः. (1) - विश्वकर्मन् (पुं)
देवशिल्पिः. (1) - विश्वकर्मन् (पुं)
सूर्यः. (1) - विश्वकर्मन् (पुं)
ब्रह्मा. (1) - आत्मन् (पुं)
बुद्धिः. (1) - आत्मन् (पुं)
स्वभावः. (1) - आत्मन् (पुं)
देहः. (1) - आत्मन् (पुं)
धृतिः. (1) - आत्मन् (पुं)
यत्नः. (1) - आत्मन् (पुं)
बुद्धिः. (1) - आत्मन् (पुं)
स्वभावः. (1) - आत्मन् (पुं)
देहः. (1) - आत्मन् (पुं)
धृतिः. (1) - आत्मन् (पुं)
यत्नः. (1) - आत्मन् (पुं)
इन्द्रः. (1) - घनाघन (पुं)
मत्तगजः. (1) - घनाघन (पुं)
वर्षुकाब्दः. (1) - घनाघन (पुं)
मत्तगजः. (1) - घनाघन (पुं)
वर्षुकाब्दः. (1) - घनाघन (पुं)
अर्थादिदर्पाज्ञानम्. (1) - अभिमान (पुं)
हिंसा. (1) - अभिमान (पुं)
प्रणयम्. (1) - अभिमान (पुं)
हिंसा. (1) - अभिमान (पुं)
प्रणयम्. (1) - अभिमान (पुं)
कठिनगुणः. (1) - घन (पुं)
कठिनम्. (1) - घन (वि)
निरन्तरम्. (1) - घन (वि)
कठिनम्. (1) - घन (वि)
निरन्तरम्. (1) - घन (वि)
अधिपतिः. (1) - इन (पुं)
चन्द्रः. (1) - राजन् (पुं)
क्षत्रियः. (1) - राजन् (पुं)
राजा. (1) - राजन् (पुं)
चन्द्रः. (1) - राजन् (पुं)
क्षत्रियः. (1) - राजन् (पुं)
राजा. (1) - राजन् (पुं)
नर्तकी. (1) - वाणिनी (स्त्री)
दूती. (1) - वाणिनी (स्त्री)
नदी. (1) - वाहिनी (स्त्री)
दूती. (1) - वाणिनी (स्त्री)
नदी. (1) - वाहिनी (स्त्री)
इन्द्रस्य वज्रायुधम्. (1) - ह्लादिनी (स्त्री)
तडित्. (1) - ह्लादिनी (स्त्री)
वन्दा. (1) - कामिनी (स्त्री)
तडित्. (1) - ह्लादिनी (स्त्री)
वन्दा. (1) - कामिनी (स्त्री)
चर्मः. (1) - तनु (स्त्री)
अधोजिह्विका. (1) - सूना (स्त्री)
अधोजिह्विका. (1) - सूना (स्त्री)
विशालता. (1) - वितान (पुं-नपुं)
यज्ञः. (1) - वितान (पुं-नपुं)
तुच्छम्. (1) - वितान (वि)
मदः. (1) - वितान (वि)
यज्ञः. (1) - वितान (पुं-नपुं)
तुच्छम्. (1) - वितान (वि)
मदः. (1) - वितान (वि)
कृत्यम्. (1) - केतन (नपुं)
पताका. (1) - केतन (नपुं)
उपनिमन्त्रणम्. (1) - केतन (नपुं)
पताका. (1) - केतन (नपुं)
उपनिमन्त्रणम्. (1) - केतन (नपुं)
ब्राह्मणः. (1) - ब्रह्मन् (नपुं)
प्रजापतिः. (1) - ब्रह्मन् (नपुं)
वेदतत्त्वम्. (1) - ब्रह्मन् (नपुं)
तपः. (1) - ब्रह्मन् (नपुं)
प्रजापतिः. (1) - ब्रह्मन् (नपुं)
वेदतत्त्वम्. (1) - ब्रह्मन् (नपुं)
तपः. (1) - ब्रह्मन् (नपुं)
हिंसा. (1) - गन्धन (नपुं)
सूचना. (1) - गन्धन (नपुं)
उत्साहनम्. (1) - गन्धन (नपुं)
सूचना. (1) - गन्धन (नपुं)
उत्साहनम्. (1) - गन्धन (नपुं)
आप्यायनः. (1) - आतञ्चन (नपुं)
प्रतीवापः. (1) - आतञ्चन (नपुं)
वेगः. (1) - आतञ्चन (नपुं)
प्रतीवापः. (1) - आतञ्चन (नपुं)
वेगः. (1) - आतञ्चन (नपुं)
चिह्नम्. (1) - व्यञ्जन (नपुं)
दाढिका. (1) - व्यञ्जन (नपुं)
दध्यादिव्यञ्जनम्. (1) - व्यञ्जन (नपुं)
अवयवविशेषः. (1) - व्यञ्जन (नपुं)
दाढिका. (1) - व्यञ्जन (नपुं)
दध्यादिव्यञ्जनम्. (1) - व्यञ्जन (नपुं)
अवयवविशेषः. (1) - व्यञ्जन (नपुं)
लोकवादः. (1) - कौलीन (नपुं)
पश्वहिपक्षिनाम्युद्धम्. (1) - कौलीन (नपुं)
पश्वहिपक्षिनाम्युद्धम्. (1) - कौलीन (नपुं)
निःसरणम्. (1) - उद्यान (नपुं)
प्रयोजनम्. (1) - उद्यान (नपुं)
प्रयोजनम्. (1) - उद्यान (नपुं)
अवकाशः. (1) - स्थान (नपुं)
स्थितिः. (1) - स्थान (नपुं)
क्रीडा. (1) - देवन (नपुं)
स्थितिः. (1) - स्थान (नपुं)
क्रीडा. (1) - देवन (नपुं)
पौरुषम्. (1) - उत्थान (नपुं)
सन्निविष्टोद्गमः. (1) - उत्थान (नपुं)
तन्त्रम्. (1) - उत्थान (नपुं)
सन्निविष्टोद्गमः. (1) - उत्थान (नपुं)
तन्त्रम्. (1) - उत्थान (नपुं)
प्रतिरोधः. (1) - व्युत्थान (नपुं)
विरोधाचरणम्. (1) - व्युत्थान (नपुं)
विरोधाचरणम्. (1) - व्युत्थान (नपुं)
अनुव्रज्या. (1) - साधन (नपुं)
गतिः. (1) - साधन (नपुं)
मारणम्. (1) - साधन (नपुं)
मृतसंस्कारः. (1) - साधन (नपुं)
निर्वर्तनम्. (1) - साधन (नपुं)
उपकरणम्. (1) - साधन (नपुं)
उपपादनम्. (1) - साधन (नपुं)
द्रव्यम्. (1) - साधन (नपुं)
गतिः. (1) - साधन (नपुं)
मारणम्. (1) - साधन (नपुं)
मृतसंस्कारः. (1) - साधन (नपुं)
निर्वर्तनम्. (1) - साधन (नपुं)
उपकरणम्. (1) - साधन (नपुं)
उपपादनम्. (1) - साधन (नपुं)
द्रव्यम्. (1) - साधन (नपुं)
न्यासार्पणम्. (1) - निर्यातन (नपुं)
वैरशोधनम्. (1) - निर्यातन (नपुं)
दानम्. (1) - निर्यातन (नपुं)
वैरशोधनम्. (1) - निर्यातन (नपुं)
दानम्. (1) - निर्यातन (नपुं)
भ्रंशः. (1) - व्यसन (नपुं)
कामजदोषः. (1) - व्यसन (नपुं)
कोपजदोषः. (1) - व्यसन (नपुं)
विपत्. (1) - व्यसन (नपुं)
कामजदोषः. (1) - व्यसन (नपुं)
कोपजदोषः. (1) - व्यसन (नपुं)
विपत्. (1) - व्यसन (नपुं)
अक्षिलोमन्. (1) - पक्ष्मन् (नपुं)
पुष्परेणुः. (1) - पक्ष्मन् (नपुं)
तन्त्वाद्यंशे़प्यणीयसी. (1) - पक्ष्मन् (नपुं)
पुष्परेणुः. (1) - पक्ष्मन् (नपुं)
तन्त्वाद्यंशे़प्यणीयसी. (1) - पक्ष्मन् (नपुं)
तिथिभेदः. (1) - पर्वन् (नपुं)
त्रिंशत् कलाः. (1) - पर्वन् (नपुं)
नेत्रच्छदः. (1) - वर्त्मन् (नपुं)
त्रिंशत् कलाः. (1) - पर्वन् (नपुं)
नेत्रच्छदः. (1) - वर्त्मन् (नपुं)
अकार्यम्. (1) - कौपीन (नपुं)
गुह्यम्. (1) - कौपीन (नपुं)
रतम्. (1) - मैथुन (नपुं)
सङ्गतिः. (1) - मैथुन (नपुं)
गुह्यम्. (1) - कौपीन (नपुं)
रतम्. (1) - मैथुन (नपुं)
सङ्गतिः. (1) - मैथुन (नपुं)
परमात्मा. (1) - प्रधान (नपुं)
बुद्धिः. (2) - प्रधान (नपुं), प्रज्ञान (नपुं)
चिह्नम्. (1) - प्रज्ञान (नपुं)
बुद्धिः. (2) - प्रधान (नपुं), प्रज्ञान (नपुं)
चिह्नम्. (1) - प्रज्ञान (नपुं)
फलम्. (1) - प्रसून (नपुं)
वंशः. (1) - निधन (नपुं)
नाशः. (1) - निधन (नपुं)
वंशः. (1) - निधन (नपुं)
नाशः. (1) - निधन (नपुं)
आह्वानम्. (1) - क्रन्दन (नपुं)
रोदनम्. (1) - क्रन्दन (नपुं)
प्रमाणः. (1) - वर्ष्मन् (नपुं)
रोदनम्. (1) - क्रन्दन (नपुं)
प्रमाणः. (1) - वर्ष्मन् (नपुं)
गृहम्. (1) - धामन् (नपुं)
किरणः. (1) - धामन् (नपुं)
प्रभावः. (1) - धामन् (नपुं)
देहः. (1) - धामन् (नपुं)
किरणः. (1) - धामन् (नपुं)
प्रभावः. (1) - धामन् (नपुं)
देहः. (1) - धामन् (नपुं)
चतुष्पथम्. (1) - संस्थान (नपुं)
सन्निवेशः. (1) - संस्थान (नपुं)
प्रधानम्. (1) - लक्ष्मन् (नपुं)
सन्निवेशः. (1) - संस्थान (नपुं)
प्रधानम्. (1) - लक्ष्मन् (नपुं)
सम्पिधानम्. (1) - आच्छादन (नपुं)
अवाप्तिः. (1) - आराधन (नपुं)
साधनम्. (1) - आराधन (नपुं)
तोषणम्. (1) - आराधन (नपुं)
साधनम्. (1) - आराधन (नपुं)
तोषणम्. (1) - आराधन (नपुं)
अध्यासनम्. (1) - अधिष्ठान (नपुं)
चक्रम्. (1) - अधिष्ठान (नपुं)
मूलनगरादन्यनगरम्. (1) - अधिष्ठान (नपुं)
प्रभावः. (1) - अधिष्ठान (नपुं)
चक्रम्. (1) - अधिष्ठान (नपुं)
मूलनगरादन्यनगरम्. (1) - अधिष्ठान (नपुं)
प्रभावः. (1) - अधिष्ठान (नपुं)
स्वजातिश्रेष्ठः. (1) - रत्न (नपुं)
विरलम्. (1) - तलिन (वि)
स्तोकम्. (1) - तलिन (वि)
स्तोकम्. (1) - तलिन (वि)
एकः. (1) - समान (वि)
समः. (1) - समान (वि)
सत्. (1) - समान (वि)
खलः. (1) - पिशुन (वि)
सूचकः. (1) - पिशुन (वि)
समः. (1) - समान (वि)
सत्. (1) - समान (वि)
खलः. (1) - पिशुन (वि)
सूचकः. (1) - पिशुन (वि)
ऊनः. (2) - हीन (वि), न्यून (वि)
गर्ह्यः. (2) - हीन (वि), न्यून (वि)
वेगिः. (1) - तरस्विन् (वि)
शूरः. (1) - तरस्विन् (वि)
गर्ह्यः. (2) - हीन (वि), न्यून (वि)
वेगिः. (1) - तरस्विन् (वि)
शूरः. (1) - तरस्विन् (वि)
अभिग्रस्तः. (1) - अभिपन्न (वि)
अपराधः. (1) - अभिपन्न (वि)
व्यापद्गतः. (1) - अभिपन्न (वि)
अपराधः. (1) - अभिपन्न (वि)
व्यापद्गतः. (1) - अभिपन्न (वि)
भूषणम्. (1) - कलाप (पुं)
मयूरपिच्छः. (1) - कलाप (पुं)
शराधारः. (1) - कलाप (पुं)
संहतः. (1) - कलाप (पुं)
मयूरपिच्छः. (1) - कलाप (पुं)
शराधारः. (1) - कलाप (पुं)
संहतः. (1) - कलाप (पुं)
परिच्छदः. (1) - परीवाप (पुं)
पर्युप्तिः. (1) - परीवाप (पुं)
सलिलस्थितिः. (1) - परीवाप (पुं)
पर्युप्तिः. (1) - परीवाप (पुं)
सलिलस्थितिः. (1) - परीवाप (पुं)
गोपालः. (1) - गोप (पुं)
विष्णुः. (1) - वृषाकपि (पुं)
शिवः. (1) - वृषाकपि (पुं)
विष्णुः. (1) - वृषाकपि (पुं)
शिवः. (1) - वृषाकपि (पुं)
अश्रुः. (1) - बाष्प (पुं)
उष्मा. (1) - बाष्प (पुं)
सिद्धान्नम्. (1) - कशिपु (पुं-नपुं)
वस्त्रम्. (1) - कशिपु (पुं-नपुं)
उष्मा. (1) - बाष्प (पुं)
सिद्धान्नम्. (1) - कशिपु (पुं-नपुं)
वस्त्रम्. (1) - कशिपु (पुं-नपुं)
हर्म्याद्युपरिगृहम्. (1) - तल्प (पुं-नपुं)
पत्नी. (1) - तल्प (पुं-नपुं)
शय्या. (1) - तल्प (पुं-नपुं)
तरुमूलम्. (1) - विटप (पुं-नपुं)
पत्नी. (1) - तल्प (पुं-नपुं)
शय्या. (1) - तल्प (पुं-नपुं)
तरुमूलम्. (1) - विटप (पुं-नपुं)
बुधः. (3) - प्राप्तरूप (वि), स्वरूप (वि), अभिरूप (वि)
मनोरमम्. (3) - प्राप्तरूप (वि), स्वरूप (वि), अभिरूप (वि)
मनोरमम्. (3) - प्राप्तरूप (वि), स्वरूप (वि), अभिरूप (वि)
कच्छपी. (1) - कच्छपी (स्त्री)
वीणाभेदः. (1) - कच्छपी (स्त्री)
वीणाभेदः. (1) - कच्छपी (स्त्री)
मृगरोमोत्थपटः. (1) - कुतप (पुं)
अन्तराभवसत्वः. (1) - गन्धर्व (पुं)
करवलयः. (1) - कम्बु (पुं)
सर्पः. (1) - द्विजिह्व (पुं)
सूचकः. (1) - द्विजिह्व (पुं)
सर्पः. (1) - द्विजिह्व (पुं)
सूचकः. (1) - द्विजिह्व (पुं)
घटः. (1) - कुम्भ (वि)
मूर्खः. (1) - डिम्भ (पुं)
मूर्खः. (1) - डिम्भ (पुं)
जडीभावः. (1) - स्तम्भ (पुं)
स्तम्भः. (1) - स्तम्भ (पुं)
ब्रह्मा. (1) - शम्भु (पुं)
स्तम्भः. (1) - स्तम्भ (पुं)
ब्रह्मा. (1) - शम्भु (पुं)
शिशुः. (1) - गर्भ (पुं)
जठरम्. (1) - गर्भ (पुं)
प्रणयम्. (1) - विस्रम्भ (पुं)
जठरम्. (1) - गर्भ (पुं)
प्रणयम्. (1) - विस्रम्भ (पुं)
अक्षः. (1) - दुन्दुभि (स्त्री)
कमण्डलुः. (1) - कुसुम्भ (पुं)
क्षत्रियः. (1) - नाभि (पुं)
गौः. (1) - सुरभि (स्त्री)
गौः. (1) - सुरभि (स्त्री)
सभ्यम्. (1) - सभा (स्त्री)
अधिकारी. (1) - वल्लभ (वि)
अधिकारी. (1) - वल्लभ (वि)
प्रग्रहः. (1) - रश्मि (पुं)
वानरः. (1) - प्लवङ्गम (पुं)
मण्डूकः. (1) - प्लवङ्गम (पुं)
वानरः. (1) - प्लवङ्गम (पुं)
मण्डूकः. (1) - प्लवङ्गम (पुं)
इच्छा. (1) - काम (पुं)
उद्योगः. (1) - पराक्रम (पुं)
शक्तिः. (1) - पराक्रम (पुं)
उद्योगः. (1) - पराक्रम (पुं)
शक्तिः. (1) - पराक्रम (पुं)
आचारः. (1) - धर्म (पुं)
नीतिः. (1) - धर्म (पुं)
पुण्यम्. (1) - धर्म (पुं)
सोमयाजिः. (1) - धर्म (पुं)
स्वभावः. (1) - धर्म (पुं)
यमः. (1) - धर्म (पुं)
नीतिः. (1) - धर्म (पुं)
पुण्यम्. (1) - धर्म (पुं)
सोमयाजिः. (1) - धर्म (पुं)
स्वभावः. (1) - धर्म (पुं)
यमः. (1) - धर्म (पुं)
उपधा. (1) - उपक्रम (पुं)
उपायपूर्वारम्भः. (1) - उपक्रम (पुं)
उपायपूर्वारम्भः. (1) - उपक्रम (पुं)
मूलनगरादन्यनगरम्. (1) - निगम (पुं)
वणिक्पथः. (1) - निगम (पुं)
वेदः. (1) - निगम (पुं)
वणिक्पथः. (1) - निगम (पुं)
वेदः. (1) - निगम (पुं)
नागरः. (1) - नैगम (पुं)
कृष्णवर्णः. (1) - राम (वि)
मनोरमम्. (1) - राम (वि)
शुक्लवर्णयुक्तः. (1) - राम (वि)
कृष्णवर्णः. (1) - राम (वि)
मनोरमम्. (1) - राम (वि)
शुक्लवर्णयुक्तः. (1) - राम (वि)
ग्रामशब्दादिः. (1) - ग्राम (पुं)
समूहः. (1) - ग्राम (पुं)
क्रान्तिः. (1) - विक्रम (पुं)
समूहः. (1) - ग्राम (पुं)
क्रान्तिः. (1) - विक्रम (पुं)
स्तुतिः. (1) - स्तोम (पुं)
यज्ञः. (1) - स्तोम (पुं)
अलसः. (1) - जिह्म (पुं)
कुटिलः. (1) - जिह्म (पुं)
यज्ञः. (1) - स्तोम (पुं)
अलसः. (1) - जिह्म (पुं)
कुटिलः. (1) - जिह्म (पुं)
धर्मः. (1) - उष्ण (पुं)
चेष्टा. (1) - उष्ण (पुं)
अलङ्कारः. (1) - उष्ण (पुं)
अतस्मित्तज्ज्ञानम्. (1) - विभ्रम (पुं)
चेष्टा. (1) - उष्ण (पुं)
अलङ्कारः. (1) - उष्ण (पुं)
अतस्मित्तज्ज्ञानम्. (1) - विभ्रम (पुं)
गुल्मरोगः. (1) - गुल्म (पुं)
तरुमूलम्. (1) - गुल्म (पुं)
भगिनी. (1) - जामि (स्त्री)
दोषवारणकृतकुलरक्षास्त्री. (1) - जामि (स्त्री)
तरुमूलम्. (1) - गुल्म (पुं)
भगिनी. (1) - जामि (स्त्री)
दोषवारणकृतकुलरक्षास्त्री. (1) - जामि (स्त्री)
क्षमा. (1) - क्षमा (स्त्री)
हितम्. (1) - क्षम (वि)
सक्तम्. (1) - क्षम (वि)
युक्तम्. (1) - क्षम (वि)
हितम्. (1) - क्षम (वि)
सक्तम्. (1) - क्षम (वि)
युक्तम्. (1) - क्षम (वि)
हरितवर्णः. (1) - श्याम (वि)
रात्रिः. (1) - श्यामा (स्त्री)
रात्रिः. (1) - श्यामा (स्त्री)
पुच्छम्. (1) - ललाम (नपुं)
पुण्ड्रम्. (1) - ललाम (नपुं)
अश्वभूषा. (1) - ललाम (नपुं)
प्राधान्यम्. (1) - ललाम (नपुं)
पताका. (1) - ललाम (नपुं)
पुण्ड्रम्. (1) - ललाम (नपुं)
अश्वभूषा. (1) - ललाम (नपुं)
प्राधान्यम्. (1) - ललाम (नपुं)
पताका. (1) - ललाम (नपुं)
अध्यात्मम्. (1) - सूक्ष्म (नपुं)
प्रधानम्. (1) - प्रथम (वि)
प्रधानम्. (1) - प्रथम (वि)
प्रतिकूलम्. (1) - वाम (वि)
सुन्दरम्. (1) - वाम (वि)
न्यूनम्. (1) - अधम (वि)
सुन्दरम्. (1) - वाम (वि)
न्यूनम्. (1) - अधम (वि)
जीर्णम्. (1) - यातयाम (वि)
परिभुक्तम्. (1) - यातयाम (वि)
परिभुक्तम्. (1) - यातयाम (वि)
अश्वः. (1) - तार्क्ष्य (पुं)
गृहम्. (1) - क्षय (पुं)
गृहम्. (1) - क्षय (पुं)
पत्युः कनिष्ठभ्राता. (1) - श्वशुर्य (पुं)
पत्नीभ्राता. (1) - श्वशुर्य (पुं)
भ्रातृपुत्रः. (1) - भ्रातृव्य (पुं)
शत्रुः. (1) - भ्रातृव्य (पुं)
पत्नीभ्राता. (1) - श्वशुर्य (पुं)
भ्रातृपुत्रः. (1) - भ्रातृव्य (पुं)
शत्रुः. (1) - भ्रातृव्य (पुं)
रसदब्दः. (1) - पर्जन्य (पुं)
इन्द्रः. (1) - पर्जन्य (पुं)
स्वामिः. (1) - अर्य (पुं)
इन्द्रः. (1) - पर्जन्य (पुं)
स्वामिः. (1) - अर्य (पुं)
पुष्य-नक्षत्रम्. (1) - तिष्य (पुं)
कलियुगम्. (1) - तिष्य (पुं)
अवसरः. (1) - पर्याय (पुं)
कलियुगम्. (1) - तिष्य (पुं)
अवसरः. (1) - पर्याय (पुं)
अधीनः. (1) - प्रत्यय (पुं)
ज्ञानम्. (1) - प्रत्यय (पुं)
कारणम्. (1) - प्रत्यय (पुं)
रन्ध्रम्. (1) - प्रत्यय (पुं)
शब्दः. (1) - प्रत्यय (पुं)
शपथः. (1) - प्रत्यय (पुं)
विश्वासः. (1) - प्रत्यय (पुं)
ज्ञानम्. (1) - प्रत्यय (पुं)
कारणम्. (1) - प्रत्यय (पुं)
रन्ध्रम्. (1) - प्रत्यय (पुं)
शब्दः. (1) - प्रत्यय (पुं)
शपथः. (1) - प्रत्यय (पुं)
विश्वासः. (1) - प्रत्यय (पुं)
दीर्घद्वेषः. (1) - अनुशय (पुं)
पश्चात्तापः. (1) - अनुशय (पुं)
पश्चात्तापः. (1) - अनुशय (पुं)
असाकल्यम्. (1) - स्थूलोच्चय (पुं)
गजानां मध्ये गतः. (1) - स्थूलोच्चय (पुं)
गजानां मध्ये गतः. (1) - स्थूलोच्चय (पुं)
आचारः. (1) - समय (पुं)
कालः. (1) - समय (पुं)
सम्भाषणम्. (1) - समय (पुं)
शपथः. (1) - समय (पुं)
सिद्धान्तः. (1) - समय (पुं)
कालः. (1) - समय (पुं)
सम्भाषणम्. (1) - समय (पुं)
शपथः. (1) - समय (पुं)
सिद्धान्तः. (1) - समय (पुं)
अशुभम्. (1) - अनय (पुं)
प्राक्तनशुभाशुभकर्मः. (1) - अनय (पुं)
विपत्. (1) - अनय (पुं)
व्यसनम्. (1) - अनय (पुं)
प्राक्तनशुभाशुभकर्मः. (1) - अनय (पुं)
विपत्. (1) - अनय (पुं)
व्यसनम्. (1) - अनय (पुं)
अतिक्रमः. (1) - अत्यय (पुं)
दण्डः. (1) - अत्यय (पुं)
दोषः. (1) - अत्यय (पुं)
दुःखम्. (1) - अत्यय (पुं)
दण्डः. (1) - अत्यय (पुं)
दोषः. (1) - अत्यय (पुं)
दुःखम्. (1) - अत्यय (पुं)
आयतिः. (1) - सम्पराय (पुं)
विपत्. (1) - सम्पराय (पुं)
युद्धम्. (1) - सम्पराय (पुं)
पत्युर्वा पत्न्याः वा पिता. (1) - पूज्य (पुं)
विपत्. (1) - सम्पराय (पुं)
युद्धम्. (1) - सम्पराय (पुं)
पत्युर्वा पत्न्याः वा पिता. (1) - पूज्य (पुं)
पश्चादवस्थायिबलम्. (1) - सन्नय (पुं)
समूहः. (1) - सन्नय (पुं)
समूहः. (1) - सन्नय (पुं)
सन्निवेशः. (1) - संस्त्याय (पुं)
समूहः. (1) - संस्त्याय (पुं)
स्नेहः. (1) - प्रणय (पुं)
विश्रम्भः. (1) - प्रणय (पुं)
याचनम्. (1) - प्रणय (पुं)
समूहः. (1) - संस्त्याय (पुं)
स्नेहः. (1) - प्रणय (पुं)
विश्रम्भः. (1) - प्रणय (पुं)
याचनम्. (1) - प्रणय (पुं)
विरोधः. (1) - समुच्छ्रय (पुं)
शब्दादीन्द्रियम्. (1) - विषय (पुं)
यस्य यत् ज्ञातः तत्. (1) - विषय (पुं)
यस्य यत् ज्ञातः तत्. (1) - विषय (पुं)
निर्यासः. (1) - कषाय (पुं-नपुं)
सभा. (1) - प्रतिश्रय (पुं)
सभा. (1) - प्रतिश्रय (पुं)
भूम्नि. (1) - प्राय (पुं)
अन्तगमनम्. (1) - प्राय (पुं)
कोपः. (1) - मन्यु (पुं)
दैन्यम्. (1) - मन्यु (पुं)
यज्ञः. (1) - मन्यु (पुं)
अन्तगमनम्. (1) - प्राय (पुं)
कोपः. (1) - मन्यु (पुं)
दैन्यम्. (1) - मन्यु (पुं)
यज्ञः. (1) - मन्यु (पुं)
रहस्यम्. (1) - गुह्य (नपुं)
भगशिश्नः. (1) - गुह्य (नपुं)
शपथः. (1) - सत्य (वि)
तथ्यम्. (1) - सत्य (वि)
भगशिश्नः. (1) - गुह्य (नपुं)
शपथः. (1) - सत्य (वि)
तथ्यम्. (1) - सत्य (वि)
बलम्. (1) - वीर्य (नपुं)
प्रभावः. (1) - वीर्य (नपुं)
शुभम्. (1) - द्रव्य (नपुं)
गुणाश्रयम्. (1) - द्रव्य (नपुं)
प्रभावः. (1) - वीर्य (नपुं)
शुभम्. (1) - द्रव्य (नपुं)
गुणाश्रयम्. (1) - द्रव्य (नपुं)
अग्निः. (1) - धिष्ण्य (वि)
गृहम्. (1) - धिष्ण्य (वि)
नक्षत्रम्. (1) - धिष्ण्य (वि)
स्थानम्. (1) - धिष्ण्य (वि)
पुण्यपापकर्मम्. (1) - भाग्य (नपुं)
गृहम्. (1) - धिष्ण्य (वि)
नक्षत्रम्. (1) - धिष्ण्य (वि)
स्थानम्. (1) - धिष्ण्य (वि)
पुण्यपापकर्मम्. (1) - भाग्य (नपुं)
कशेरुः. (1) - गाङ्गेय (नपुं)
दन्तिका. (1) - विशल्या (स्त्री)
दन्तिका. (1) - विशल्या (स्त्री)
लक्ष्मी. (1) - वृषाकपायी (स्त्री)
पार्वती. (1) - वृषाकपायी (स्त्री)
नाम. (1) - अभिख्या (स्त्री)
शोभा. (1) - अभिख्या (स्त्री)
पार्वती. (1) - वृषाकपायी (स्त्री)
नाम. (1) - अभिख्या (स्त्री)
शोभा. (1) - अभिख्या (स्त्री)
आरम्भः. (1) - क्रिया (स्त्री)
चेष्टा. (1) - क्रिया (स्त्री)
निष्कृतिः. (1) - क्रिया (स्त्री)
शिक्षा. (1) - क्रिया (स्त्री)
पूजनम्. (1) - क्रिया (स्त्री)
सम्प्रधारणम्. (1) - क्रिया (स्त्री)
उपायः. (1) - क्रिया (स्त्री)
कर्मम्. (1) - क्रिया (स्त्री)
रोगनिवारणः. (1) - क्रिया (स्त्री)
चेष्टा. (1) - क्रिया (स्त्री)
निष्कृतिः. (1) - क्रिया (स्त्री)
शिक्षा. (1) - क्रिया (स्त्री)
पूजनम्. (1) - क्रिया (स्त्री)
सम्प्रधारणम्. (1) - क्रिया (स्त्री)
उपायः. (1) - क्रिया (स्त्री)
कर्मम्. (1) - क्रिया (स्त्री)
रोगनिवारणः. (1) - क्रिया (स्त्री)
अनातपः. (1) - छाया (स्त्री)
प्रतिमा. (1) - छाया (स्त्री)
शोभा. (1) - छाया (स्त्री)
सूर्यपत्नी. (1) - छाया (स्त्री)
प्रतिमा. (1) - छाया (स्त्री)
शोभा. (1) - छाया (स्त्री)
सूर्यपत्नी. (1) - छाया (स्त्री)
हर्म्यादेः प्रकोष्ठम्. (1) - कक्ष्या (स्त्री)
स्त्रीकटीभूषणम्. (1) - कक्ष्या (स्त्री)
स्त्रीकटीभूषणम्. (1) - कक्ष्या (स्त्री)
क्रिया. (1) - कृत्या (स्त्री)
देवता. (1) - कृत्या (स्त्री)
धनादिभिः भेद्यम्. (1) - कृत्या (वि)
देवता. (1) - कृत्या (स्त्री)
धनादिभिः भेद्यम्. (1) - कृत्या (वि)
जनवादः. (1) - जन्य (वि)
अधमम्. (1) - जघन्य (वि)
अधमम्. (1) - जघन्य (वि)
गर्ह्यः. (1) - वक्तव्य (वि)
अधीनः. (1) - वक्तव्य (वि)
सज्जः. (1) - कल्य (नपुं)
अधीनः. (1) - वक्तव्य (वि)
सज्जः. (1) - कल्य (नपुं)
अर्थादनपेतः. (1) - अर्थ्य (वि)
आत्मवान्. (1) - अर्थ्य (वि)
मनोरमम्. (1) - पुण्य (वि)
आत्मवान्. (1) - अर्थ्य (वि)
मनोरमम्. (1) - पुण्य (वि)
प्रशस्तम्. (1) - रूप्य (नपुं)
रूप्यकम्. (1) - रूप्य (नपुं)
वल्गुवाक्. (1) - वदान्य (वि)
रूप्यकम्. (1) - रूप्य (नपुं)
वल्गुवाक्. (1) - वदान्य (वि)
न्याय्यम्. (1) - मध्य (वि)
सोमदैवतम्. (1) - सौम्य (वि)
सुन्दरम्. (1) - सौम्य (वि)
सोमदैवतम्. (1) - सौम्य (वि)
सुन्दरम्. (1) - सौम्य (वि)
अवसरः. (1) - वार (पुं)
प्रस्तरम्. (1) - संस्तर (पुं)
यज्ञः. (1) - संस्तर (पुं)
प्रस्तरम्. (1) - संस्तर (पुं)
यज्ञः. (1) - संस्तर (पुं)
द्वापरयुगम्. (1) - द्वापर (पुं)
संशयः. (1) - द्वापर (पुं)
संशयः. (1) - द्वापर (पुं)
भेदः. (1) - प्रकार (पुं)
सादृश्यम्. (1) - प्रकार (पुं)
आकृतिः. (1) - आकार (पुं)
सादृश्यम्. (1) - प्रकार (पुं)
आकृतिः. (1) - आकार (पुं)
बाणः. (1) - किंशारु (पुं)
पर्वतः. (1) - मरु (पुं)
पर्वतः. (1) - मरु (पुं)
वृक्षः. (1) - अद्रि (पुं)
सूर्यः. (1) - अद्रि (पुं)
स्त्रीस्तनम्. (1) - पयोधर (पुं)
मेघः. (1) - पयोधर (पुं)
सूर्यः. (1) - अद्रि (पुं)
स्त्रीस्तनम्. (1) - पयोधर (पुं)
मेघः. (1) - पयोधर (पुं)
अन्धकारः. (1) - वृत्र (पुं)
शत्रुः. (1) - वृत्र (पुं)
वृत्रासुरः. (1) - वृत्र (पुं)
हस्तः. (1) - कर (पुं)
शत्रुः. (1) - वृत्र (पुं)
वृत्रासुरः. (1) - वृत्र (पुं)
हस्तः. (1) - कर (पुं)
भङ्गः. (1) - प्रदर (पुं)
बाणः. (1) - प्रदर (पुं)
नारीरोगः. (1) - प्रदर (पुं)
केशः. (1) - अस्र (पुं)
बाणः. (1) - प्रदर (पुं)
नारीरोगः. (1) - प्रदर (पुं)
केशः. (1) - अस्र (पुं)
अजातशृङ्गगौः. (1) - तूवर (पुं)
कालेप्यश्मश्रुः पुरुषः. (1) - तूवर (पुं)
कालेप्यश्मश्रुः पुरुषः. (1) - तूवर (पुं)
सुवर्णम्. (1) - रै (पुं)
पर्यङ्कः. (1) - परिकर (पुं)
परिवारः. (1) - परिकर (पुं)
पर्यङ्कः. (1) - परिकर (पुं)
परिवारः. (1) - परिकर (पुं)
मुक्ताशुद्धिः. (1) - तार (पुं)
वायुः. (1) - शार (पुं)
नानावर्णाः. (1) - शार (वि)
वायुः. (1) - शार (पुं)
नानावर्णाः. (1) - शार (वि)
क्रियाकारः. (1) - सङ्गर (पुं)
प्रतिज्ञा. (1) - सङ्गर (पुं)
विपत्. (1) - सङ्गर (पुं)
युद्धम्. (1) - सङ्गर (पुं)
प्रतिज्ञा. (1) - सङ्गर (पुं)
विपत्. (1) - सङ्गर (पुं)
युद्धम्. (1) - सङ्गर (पुं)
वेदभेदः. (1) - मन्त्र (पुं)
गुप्तिवादः. (1) - मन्त्र (पुं)
गुप्तिवादः. (1) - मन्त्र (पुं)
बाणः. (1) - स्वरु (पुं)
यज्ञः. (1) - स्वरु (पुं)
यूपखण्डः. (1) - स्वरु (पुं)
गुह्यम्. (1) - अवस्कर (पुं)
यज्ञः. (1) - स्वरु (पुं)
यूपखण्डः. (1) - स्वरु (पुं)
गुह्यम्. (1) - अवस्कर (पुं)
हस्तिगर्जनम्. (1) - आडम्बर (पुं)
चोरकर्मः. (1) - अभिहार (पुं)
कलहाह्वानम्. (1) - अभिहार (पुं)
सन्नहनम्. (1) - अभिहार (पुं)
कलहाह्वानम्. (1) - अभिहार (पुं)
सन्नहनम्. (1) - अभिहार (पुं)
खड्गपिधानम्. (1) - परीवार (पुं)
परिच्छदः. (1) - परीवार (पुं)
परिजनः. (1) - परीवार (पुं)
परिच्छदः. (1) - परीवार (पुं)
परिजनः. (1) - परीवार (पुं)
पीठाद्यासनम्. (1) - विष्टर (पुं)
वृक्षः. (1) - विष्टर (पुं)
दर्भमुष्टिः. (1) - विष्टर (पुं)
वृक्षः. (1) - विष्टर (पुं)
दर्भमुष्टिः. (1) - विष्टर (पुं)
द्वारस्था योषित्. (1) - प्रतीहारी (स्त्री)
विपुलनकुलः. (1) - बभ्रु (पुं)
विष्णुः. (1) - बभ्रु (पुं)
कपिलवर्णः. (1) - बभ्रु (वि)
विष्णुः. (1) - बभ्रु (पुं)
कपिलवर्णः. (1) - बभ्रु (वि)
बलम्. (1) - सार (पुं)
स्थिरांशः. (1) - सार (पुं)
न्याय्यम्. (1) - सार (नपुं)
वरः. (1) - सार (वि)
स्थिरांशः. (1) - सार (पुं)
न्याय्यम्. (1) - सार (नपुं)
वरः. (1) - सार (वि)
द्यूतकृत्. (1) - दुरोदर (पुं)
द्यूते लाप्यमानः. (1) - दुरोदर (पुं)
द्यूतक्रीडनम्. (1) - दुरोदर (नपुं)
द्यूते लाप्यमानः. (1) - दुरोदर (पुं)
द्यूतक्रीडनम्. (1) - दुरोदर (नपुं)
महावनम्. (1) - कान्तार (पुं-नपुं)
अन्यशुभद्वेषः. (1) - मत्सर (पुं)
अन्यशुभद्वेषबुद्धिः. (1) - मत्सर (वि)
कृपणः. (1) - मत्सर (वि)
अन्यशुभद्वेषबुद्धिः. (1) - मत्सर (वि)
कृपणः. (1) - मत्सर (वि)
देवाद्वृतः. (1) - वर (पुं)
मनाक्प्रियः. (1) - वर (नपुं)
श्रेष्ठः. (1) - वर (वि)
मनाक्प्रियः. (1) - वर (नपुं)
श्रेष्ठः. (1) - वर (वि)
घटः. (1) - करीर (पुं)
वंशाङ्कुरः. (1) - करीर (पुं-नपुं)
वंशाङ्कुरः. (1) - करीर (पुं-नपुं)
चमूजघनः. (1) - प्रतिसर (पुं)
हस्तसूत्रम्. (1) - प्रतिसर (पुं-नपुं)
हस्तसूत्रम्. (1) - प्रतिसर (पुं-नपुं)
विष्णुः. (1) - हरि (पुं)
सूर्यः. (1) - हरि (पुं)
चन्द्रः. (1) - हरि (पुं)
वायुः. (1) - हरि (पुं)
यमः. (1) - हरि (पुं)
इन्द्रः. (1) - हरि (पुं)
किरणः. (1) - हरि (पुं)
अश्वः. (1) - हरि (पुं)
शुकः. (1) - हरि (पुं)
वानरः. (1) - हरि (पुं)
मण्डूकः. (1) - हरि (पुं)
कपिलवर्णः. (1) - हरि (वि)
सूर्यः. (1) - हरि (पुं)
चन्द्रः. (1) - हरि (पुं)
वायुः. (1) - हरि (पुं)
यमः. (1) - हरि (पुं)
इन्द्रः. (1) - हरि (पुं)
किरणः. (1) - हरि (पुं)
अश्वः. (1) - हरि (पुं)
शुकः. (1) - हरि (पुं)
वानरः. (1) - हरि (पुं)
मण्डूकः. (1) - हरि (पुं)
कपिलवर्णः. (1) - हरि (वि)
कर्परांशः. (1) - शर्करा (स्त्री)
गतिः. (1) - यात्रा (स्त्री)
यापनम्. (1) - यात्रा (स्त्री)
गतिः. (1) - यात्रा (स्त्री)
यापनम्. (1) - यात्रा (स्त्री)
भूमिः. (1) - इरा (स्त्री)
वचनम्. (1) - इरा (स्त्री)
जलम्. (1) - इरा (स्त्री)
निद्रा. (1) - तन्द्रा (स्त्री)
अत्यन्तश्रमादिना सर्वेन्द्रियासामर्थ्यः. (1) - तन्द्रा (स्त्री)
वचनम्. (1) - इरा (स्त्री)
जलम्. (1) - इरा (स्त्री)
निद्रा. (1) - तन्द्रा (स्त्री)
अत्यन्तश्रमादिना सर्वेन्द्रियासामर्थ्यः. (1) - तन्द्रा (स्त्री)
उपमाता. (1) - धात्री (स्त्री)
आमलकी. (1) - धात्री (स्त्री)
आमलकी. (1) - धात्री (स्त्री)
मधुमक्षिका. (1) - क्षुद्रा (स्त्री)
नटी. (1) - क्षुद्रा (स्त्री)
वेश्या. (1) - क्षुद्रा (स्त्री)
व्यङ्गा. (1) - क्षुद्रा (स्त्री)
नटी. (1) - क्षुद्रा (स्त्री)
वेश्या. (1) - क्षुद्रा (स्त्री)
व्यङ्गा. (1) - क्षुद्रा (स्त्री)
अल्पम्. (2) - क्षुद्र (वि), मात्रा (स्त्री)
अधमम्. (1) - क्षुद्र (वि)
परद्रोहकारी. (1) - क्षुद्र (वि)
परिमाणः. (1) - मात्रा (स्त्री)
परिवारः. (1) - मात्रा (स्त्री)
अधमम्. (1) - क्षुद्र (वि)
परद्रोहकारी. (1) - क्षुद्र (वि)
परिमाणः. (1) - मात्रा (स्त्री)
परिवारः. (1) - मात्रा (स्त्री)
कार्त्स्न्यम्. (1) - मात्र (नपुं)
अवधारणम्. (1) - मात्र (नपुं)
अवधारणम्. (1) - मात्र (नपुं)
आलेख्यम्. (1) - चित्र (नपुं)
कटिः. (1) - कलत्र (नपुं)
पत्नी. (1) - कलत्र (नपुं)
कटिः. (1) - कलत्र (नपुं)
पत्नी. (1) - कलत्र (नपुं)
योग्यः. (1) - पात्र (नपुं)
आज्ञा. (1) - शास्त्र (नपुं)
ग्रन्थम्. (1) - शास्त्र (नपुं)
लोहः. (1) - शस्त्र (नपुं)
ग्रन्थम्. (1) - शास्त्र (नपुं)
लोहः. (1) - शस्त्र (नपुं)
वस्त्रम्. (1) - नेत्र (नपुं)
तरुमूलम्. (1) - नेत्र (नपुं)
पत्नी. (1) - क्षेत्र (नपुं)
देहः. (1) - क्षेत्र (नपुं)
तरुमूलम्. (1) - नेत्र (नपुं)
पत्नी. (1) - क्षेत्र (नपुं)
देहः. (1) - क्षेत्र (नपुं)
वराहमुखाग्रस्थसृङ्गः. (1) - पोत्र (नपुं)
हलम्. (1) - पोत्र (नपुं)
नाम. (1) - गोत्र (पुं)
हलम्. (1) - पोत्र (नपुं)
नाम. (1) - गोत्र (पुं)
आच्छादनम्. (1) - सत्र (नपुं)
यज्ञः. (1) - सत्र (नपुं)
सदादानम्. (1) - सत्र (नपुं)
वनम्. (1) - सत्र (नपुं)
यज्ञः. (1) - सत्र (नपुं)
सदादानम्. (1) - सत्र (नपुं)
वनम्. (1) - सत्र (नपुं)
विषयः. (1) - अजिर (नपुं)
देहः. (1) - अजिर (नपुं)
वस्त्रम्. (1) - अम्बर (नपुं)
देहः. (1) - अजिर (नपुं)
वस्त्रम्. (1) - अम्बर (नपुं)
स्वभूमिः. (1) - चक्र (नपुं)
मोक्षः. (1) - अक्षर (नपुं)
मोक्षः. (1) - अक्षर (नपुं)
सुवर्णम्. (2) - भूरि (पुं), चन्द्र (पुं)
कपटः. (1) - गह्वर (नपुं)
समीपः. (1) - उपह्वर (नपुं)
विजनः. (1) - उपह्वर (नपुं)
समीपः. (1) - उपह्वर (नपुं)
विजनः. (1) - उपह्वर (नपुं)
पुरोभागः. (1) - अग्र (नपुं)
अधिकम्. (1) - अग्र (नपुं)
उपरि. (1) - अग्र (नपुं)
गृहम्. (1) - पुर (नपुं)
नगरम्. (1) - पुर (नपुं)
अधिकम्. (1) - अग्र (नपुं)
उपरि. (1) - अग्र (नपुं)
गृहम्. (1) - पुर (नपुं)
नगरम्. (1) - पुर (नपुं)
नगरम्. (1) - मन्दिर (नपुं)
विषयः. (1) - राष्ट्र (पुं-नपुं)
उपद्रवम्. (1) - राष्ट्र (पुं-नपुं)
विषयः. (1) - राष्ट्र (पुं-नपुं)
उपद्रवम्. (1) - राष्ट्र (पुं-नपुं)
बिलम्. (1) - दर (पुं-नपुं)
हीरकः. (1) - वज्र (पुं-नपुं)
हीरकः. (1) - वज्र (पुं-नपुं)
परिच्छदः. (1) - तन्त्र (नपुं)
प्रधानम्. (1) - तन्त्र (नपुं)
सिद्धान्तः. (1) - तन्त्र (नपुं)
सूत्रवायः. (1) - तन्त्र (नपुं)
प्रधानम्. (1) - तन्त्र (नपुं)
सिद्धान्तः. (1) - तन्त्र (नपुं)
सूत्रवायः. (1) - तन्त्र (नपुं)
चामरम्. (1) - औशीर (पुं)
दण्डः. (1) - औशीर (पुं)
आसनम्. (1) - औशीर (नपुं)
शय्या. (1) - औशीर (नपुं)
दण्डः. (1) - औशीर (पुं)
आसनम्. (1) - औशीर (नपुं)
शय्या. (1) - औशीर (नपुं)
खड्गफलम्. (1) - पुष्कर (नपुं)
शुण्डाग्रभागः. (1) - पुष्कर (नपुं)
वाद्यभाण्डमुखम्. (1) - पुष्कर (नपुं)
तीर्थविशेषः. (1) - पुष्कर (नपुं)
शुण्डाग्रभागः. (1) - पुष्कर (नपुं)
वाद्यभाण्डमुखम्. (1) - पुष्कर (नपुं)
तीर्थविशेषः. (1) - पुष्कर (नपुं)
अवकाशः. (1) - अन्तर (नपुं)
अवधिः. (1) - अन्तर (नपुं)
अवसरः. (1) - अन्तर (नपुं)
अन्तर्धानम्. (1) - अन्तर (नपुं)
अन्तरात्मा. (1) - अन्तर (नपुं)
आत्मीयम्. (1) - अन्तर (नपुं)
बहिः. (1) - अन्तर (नपुं)
बिलम्. (1) - अन्तर (नपुं)
भेदः. (1) - अन्तर (नपुं)
परिधानम्. (1) - अन्तर (नपुं)
तादर्थ्यम्. (1) - अन्तर (नपुं)
विना. (1) - अन्तर (नपुं)
मध्यम्. (1) - अन्तर (नपुं)
अवधिः. (1) - अन्तर (नपुं)
अवसरः. (1) - अन्तर (नपुं)
अन्तर्धानम्. (1) - अन्तर (नपुं)
अन्तरात्मा. (1) - अन्तर (नपुं)
आत्मीयम्. (1) - अन्तर (नपुं)
बहिः. (1) - अन्तर (नपुं)
बिलम्. (1) - अन्तर (नपुं)
भेदः. (1) - अन्तर (नपुं)
परिधानम्. (1) - अन्तर (नपुं)
तादर्थ्यम्. (1) - अन्तर (नपुं)
विना. (1) - अन्तर (नपुं)
मध्यम्. (1) - अन्तर (नपुं)
मुस्ता. (1) - पिठर (नपुं)
राजकशेरुः. (1) - नागर (नपुं)
राजकशेरुः. (1) - नागर (नपुं)
घनान्धकारः. (1) - शार्वर (वि)
परद्रोहकारी. (1) - शार्वर (वि)
परद्रोहकारी. (1) - शार्वर (वि)
ईषद्रक्तवर्णः. (1) - गौर (वि)
व्रणकारिः. (1) - अरुष्कर (वि)
व्रणकारिः. (1) - अरुष्कर (वि)
कठिनम्. (1) - जठर (पुं-नपुं)
अधस्तात्. (1) - अधर (वि)
अधस्तात्. (1) - अधर (वि)
अनाकुलः. (1) - एकाग्र (वि)
व्यासक्तः. (1) - व्यग्र (वि)
आकुलः. (1) - व्यग्र (वि)
व्यासक्तः. (1) - व्यग्र (वि)
आकुलः. (1) - व्यग्र (वि)
श्रेष्ठः. (2) - उत्तर (वि), अनुत्तर (वि)
उपरि. (1) - उत्तर (वि)
उत्तरदिक्. (1) - उत्तर (वि)
अश्रेष्ठः. (1) - अनुत्तर (वि)
अधः. (1) - अनुत्तर (वि)
पूर्वदिक्. (1) - अनुत्तर (वि)
उपरि. (1) - उत्तर (वि)
उत्तरदिक्. (1) - उत्तर (वि)
अश्रेष्ठः. (1) - अनुत्तर (वि)
अधः. (1) - अनुत्तर (वि)
पूर्वदिक्. (1) - अनुत्तर (वि)
अन्यः. (1) - पर (पुं)
उत्तमः. (1) - पर (पुं)
दूरम्. (1) - पर (पुं)
उत्तमः. (1) - पर (पुं)
दूरम्. (1) - पर (पुं)
मधुरम्. (1) - मधुर (वि)
प्रियम्. (1) - मधुर (वि)
प्रियम्. (1) - मधुर (वि)
महत्. (1) - उदार (वि)
धाता. (1) - उदार (वि)
अन्यः. (1) - इतर (पुं)
नीचः. (1) - इतर (पुं)
धाता. (1) - उदार (वि)
अन्यः. (1) - इतर (पुं)
नीचः. (1) - इतर (पुं)
अलसः. (1) - स्वैर (वि)
स्वच्छन्दः. (1) - स्वैर (वि)
उद्दीप्तम्. (1) - शुभ्र (वि)
स्वच्छन्दः. (1) - स्वैर (वि)
उद्दीप्तम्. (1) - शुभ्र (वि)
किरीटम्. (1) - मौलि (वि)
संयतकेशः. (1) - मौलि (वि)
शिरोमध्यस्थचूडा. (1) - मौलि (वि)
संयतकेशः. (1) - मौलि (वि)
शिरोमध्यस्थचूडा. (1) - मौलि (वि)
हस्तिः. (1) - पीलु (पुं)
बाणः. (1) - पीलु (पुं)
पुष्पम्. (1) - पीलु (पुं)
बाणः. (1) - पीलु (पुं)
पुष्पम्. (1) - पीलु (पुं)
कलियुगम्. (1) - कलि (पुं)
हरिणः. (1) - कमल (पुं)
प्रावारः. (1) - कम्बल (पुं)
प्रावारः. (1) - कम्बल (पुं)
उपहारः. (1) - बलि (पुं)
प्राण्यङ्गजम्. (1) - बलि (स्त्री)
प्राण्यङ्गजम्. (1) - बलि (स्त्री)
काकः. (1) - बल (पुं)
स्थौल्यम्. (1) - बल (नपुं)
स्थौल्यम्. (1) - बल (नपुं)
वातिः. (1) - वातूल (पुं)
वातासहः. (1) - वातूल (वि)
वातासहः. (1) - वातूल (वि)
वक्राशयः. (1) - व्याल (वि)
सर्पः. (1) - व्याल (पुं)
सर्पः. (1) - व्याल (पुं)
पापम्. (1) - मल (पुं-नपुं)
पुराणकिट्टम्. (1) - मल (पुं-नपुं)
रोगः. (1) - शूल (पुं-नपुं)
शूलम्. (1) - शूल (पुं-नपुं)
पुराणकिट्टम्. (1) - मल (पुं-नपुं)
रोगः. (1) - शूल (पुं-नपुं)
शूलम्. (1) - शूल (पुं-नपुं)
शङ्कुः. (1) - कील (स्त्री-पुं)
अस्रिः. (1) - पालि (स्त्री)
अङ्कः. (1) - पालि (स्त्री)
पङ्क्तिः. (1) - पालि (स्त्री)
अस्रिः. (1) - पालि (स्त्री)
अङ्कः. (1) - पालि (स्त्री)
पङ्क्तिः. (1) - पालि (स्त्री)
कलाकौशल्यादिकर्मः. (1) - कला (स्त्री)
सखी. (1) - आली (स्त्री)
पङ्क्तिः. (1) - आली (स्त्री)
सखी. (1) - आली (स्त्री)
पङ्क्तिः. (1) - आली (स्त्री)
अब्ध्यम्बुविकृतिः. (1) - वेला (स्त्री)
मर्यादा. (1) - वेला (स्त्री)
समयः. (1) - वेला (स्त्री)
मर्यादा. (1) - वेला (स्त्री)
समयः. (1) - वेला (स्त्री)
कृत्तिका. (1) - बहुला (स्त्री)
गौः. (1) - बहुला (स्त्री)
अग्निः. (1) - बहुल (वि)
कृष्णवर्णः. (1) - बहुल (वि)
गौः. (1) - बहुला (स्त्री)
अग्निः. (1) - बहुल (वि)
कृष्णवर्णः. (1) - बहुल (वि)
विलासम्. (1) - लीला (स्त्री)
क्रिया. (1) - लीला (स्त्री)
शर्करा. (1) - उपला (स्त्री)
क्रिया. (1) - लीला (स्त्री)
शर्करा. (1) - उपला (स्त्री)
रक्तम्. (1) - कीलाल (नपुं)
आकाशः. (1) - कीलाल (नपुं)
आद्यः. (1) - मूल (नपुं)
मूलानक्षत्रम्. (1) - मूल (नपुं)
शिफा. (1) - मूल (नपुं)
आकाशः. (1) - कीलाल (नपुं)
आद्यः. (1) - मूल (नपुं)
मूलानक्षत्रम्. (1) - मूल (नपुं)
शिफा. (1) - मूल (नपुं)
समूहः. (1) - जाल (नपुं)
जालकम्. (1) - जाल (नपुं)
नूतनकलिका. (1) - जाल (नपुं)
जालकम्. (1) - जाल (नपुं)
नूतनकलिका. (1) - जाल (नपुं)
स्वभावः. (1) - शील (नपुं)
सद्वृत्तम्. (1) - शील (नपुं)
सस्यहेतुकृतम्. (1) - फल (नपुं)
सद्वृत्तम्. (1) - शील (नपुं)
सस्यहेतुकृतम्. (1) - फल (नपुं)
नेत्ररुक्. (1) - पटल (नपुं)
समूहः. (1) - पटल (स्त्री-नपुं)
समूहः. (1) - पटल (स्त्री-नपुं)
अधः. (1) - तल (नपुं)
स्वरूपः. (1) - तल (नपुं)
मांसम्. (1) - पल (नपुं)
स्वरूपः. (1) - तल (नपुं)
मांसम्. (1) - पल (नपुं)
बडवाग्निः. (1) - पाताल (नपुं)
अधमम्. (1) - चेल (वि)
अधमम्. (1) - चेल (वि)
शङ्कुभिः कीर्णश्वभ्रम्. (1) - कुकूल (नपुं)
तुषानलः. (1) - कुकूल (पुं)
तुषानलः. (1) - कुकूल (पुं)
निश्चितम्. (1) - केवल (नपुं)
एकः. (1) - केवल (वि)
समग्रम्. (1) - केवल (वि)
एकः. (1) - केवल (वि)
समग्रम्. (1) - केवल (वि)
क्षेमम्. (1) - कुशल (नपुं)
पर्याप्तिः. (1) - कुशल (नपुं)
पुण्यम्. (1) - कुशल (नपुं)
शिक्षितः. (1) - कुशल (वि)
पर्याप्तिः. (1) - कुशल (नपुं)
पुण्यम्. (1) - कुशल (नपुं)
शिक्षितः. (1) - कुशल (वि)
नूतनाङ्कुरः. (1) - प्रवाल (पुं-नपुं)
जडम्. (1) - स्थूल (वि)
जडम्. (1) - स्थूल (वि)
दन्तुरः. (1) - कराल (वि)
उन्नतः. (1) - कराल (वि)
चारपुरुषः. (1) - पेशल (वि)
उन्नतः. (1) - कराल (वि)
चारपुरुषः. (1) - पेशल (वि)
मूर्खः. (1) - बाल (पुं)
शिशुः. (1) - बाल (पुं)
सतृष्णः. (1) - लोल (वि)
शिशुः. (1) - बाल (पुं)
सतृष्णः. (1) - लोल (वि)
बलभद्रः. (1) - कुल (नपुं)
गृहम्. (1) - कुल (नपुं)
कुबेरः. (1) - एककुण्डल (वि)
गृहम्. (1) - कुल (नपुं)
कुबेरः. (1) - एककुण्डल (वि)
अवमानितम्. (1) - हेला (स्त्री)
सूर्यः. (1) - हेलि (पुं)
युद्धम्. (1) - हिलि (पुं)
सूर्यः. (1) - हेलि (पुं)
युद्धम्. (1) - हिलि (पुं)
राजा. (1) - हाल (पुं)
सुरा. (1) - हाल (पुं)
शकलः. (1) - दल (नपुं)
सुरा. (1) - हाल (पुं)
शकलः. (1) - दल (नपुं)
चित्रोपकरणशलाका. (1) - तूलि (स्त्री)
शय्या. (1) - तूलि (स्त्री)
तूलम्. (1) - तूलि (स्त्री)
शय्या. (1) - तूलि (स्त्री)
तूलम्. (1) - तूलि (स्त्री)
शब्दः. (1) - तुमुल (नपुं)
व्याकुलम्. (1) - तुमुल (नपुं)
कर्णपाली. (1) - शष्कुली (स्त्री)
व्याकुलम्. (1) - तुमुल (नपुं)
कर्णपाली. (1) - शष्कुली (स्त्री)
वनम्. (2) - दव (पुं), दाव (पुं)
जननम्. (1) - भव (पुं)
जननम्. (1) - भव (पुं)
मन्त्री. (1) - सचिव (पुं)
सहायकः. (1) - सचिव (पुं)
वृक्षः. (1) - धव (पुं)
पुरुषः. (1) - धव (पुं)
सहायकः. (1) - सचिव (पुं)
वृक्षः. (1) - धव (पुं)
पुरुषः. (1) - धव (पुं)
पर्वतः. (1) - अवि (स्त्री)
मेषः. (1) - अवि (स्त्री)
सूर्यः. (1) - अवि (स्त्री)
आज्ञा. (1) - हव (पुं)
यज्ञः. (1) - हव (पुं)
मेषः. (1) - अवि (स्त्री)
सूर्यः. (1) - अवि (स्त्री)
आज्ञा. (1) - हव (पुं)
यज्ञः. (1) - हव (पुं)
सत्ता. (1) - भाव (पुं)
स्वभावः. (1) - भाव (पुं)
अभिप्रायः. (1) - भाव (पुं)
चेष्टा. (1) - भाव (पुं)
आत्मा. (1) - भाव (पुं)
जननम्. (1) - भाव (पुं)
स्वभावः. (1) - भाव (पुं)
अभिप्रायः. (1) - भाव (पुं)
चेष्टा. (1) - भाव (पुं)
आत्मा. (1) - भाव (पुं)
जननम्. (1) - भाव (पुं)
फलम्. (1) - प्रसव (पुं)
पुष्पम्. (1) - प्रसव (पुं)
उत्पादः. (1) - प्रसव (पुं)
पुष्पम्. (1) - प्रसव (पुं)
उत्पादः. (1) - प्रसव (पुं)
अपह्नवः. (1) - निह्नव (पुं)
अविश्वासः. (1) - निह्नव (पुं)
कपटः. (1) - निह्नव (पुं)
अविश्वासः. (1) - निह्नव (पुं)
कपटः. (1) - निह्नव (पुं)
इच्छाप्रसवः. (1) - उत्सव (पुं)
कोपः. (1) - उत्सव (पुं)
उत्सेकः. (1) - उत्सव (पुं)
कोपः. (1) - उत्सव (पुं)
उत्सेकः. (1) - उत्सव (पुं)
प्रभावः. (1) - अनुभाव (पुं)
सताम्मतिनिश्चयः. (1) - अनुभाव (पुं)
सताम्मतिनिश्चयः. (1) - अनुभाव (पुं)
आद्योपलब्धिः. (1) - प्रभव (पुं)
जन्महेतुः. (1) - प्रभव (पुं)
स्थानम्. (1) - प्रभव (पुं)
जन्महेतुः. (1) - प्रभव (पुं)
स्थानम्. (1) - प्रभव (पुं)
शूद्रायां विप्रतनयः. (1) - पारशव (पुं)
आयुधम्. (1) - पारशव (पुं)
आयुधम्. (1) - पारशव (पुं)
भभेदः. (1) - ध्रुव (पुं)
निश्चितम्. (1) - ध्रुव (नपुं)
शाश्वतम्. (1) - ध्रुव (वि)
निश्चितम्. (1) - ध्रुव (नपुं)
शाश्वतम्. (1) - ध्रुव (वि)
आत्मा. (1) - स्व (पुं)
धनम्. (1) - स्व (पुं-नपुं)
आत्मीयम्. (1) - स्व (वि)
धनम्. (1) - स्व (पुं-नपुं)
आत्मीयम्. (1) - स्व (वि)
स्त्रीकटीवस्त्रबन्धः. (1) - नीवी (स्त्री)
युद्धम्. (1) - द्वन्द्व (नपुं)
युग्मम्. (1) - द्वन्द्व (नपुं)
युग्मम्. (1) - द्वन्द्व (नपुं)
शरीरवायुः. (1) - सत्त्व (नपुं)
वस्तु. (1) - सत्त्व (नपुं)
व्यवसायः. (1) - सत्त्व (नपुं)
जन्तुः. (1) - सत्त्व (पुं-नपुं)
वस्तु. (1) - सत्त्व (नपुं)
व्यवसायः. (1) - सत्त्व (नपुं)
जन्तुः. (1) - सत्त्व (पुं-नपुं)
अविक्रमः. (1) - क्लीब (वि)
मनुष्यः. (1) - विश् (पुं)
अभिमरः. (1) - स्पश (पुं)
अभिमरः. (1) - स्पश (पुं)
समूहः. (1) - राशि (पुं)
मेषादयः. (1) - राशि (पुं)
मेषादयः. (1) - राशि (पुं)
प्रकाशः. (1) - वीकाश (पुं)
विजनः. (1) - वीकाश (पुं)
भृतिः. (1) - निर्वेश (पुं)
अनुभवः. (1) - निर्वेश (पुं)
विजनः. (1) - वीकाश (पुं)
भृतिः. (1) - निर्वेश (पुं)
अनुभवः. (1) - निर्वेश (पुं)
कृपणः. (1) - कीनाश (पुं)
कृषीवलः. (1) - कीनाश (पुं)
यमः. (1) - कीनाश (पुं)
कृषीवलः. (1) - कीनाश (पुं)
यमः. (1) - कीनाश (पुं)
लक्ष्यम्. (1) - अपदेश (पुं)
निमित्तम्. (1) - अपदेश (पुं)
व्याजम्. (1) - अपदेश (पुं)
जलम्. (1) - कुश (नपुं)
निमित्तम्. (1) - अपदेश (पुं)
व्याजम्. (1) - अपदेश (पुं)
जलम्. (1) - कुश (नपुं)
अनेकविधा अवस्था. (1) - दशा (स्त्री)
आयता तृष्णा. (1) - आशा (स्त्री)
आयता तृष्णा. (1) - आशा (स्त्री)
स्त्री. (1) - वशा (स्त्री)
ज्ञानम्. (1) - दृश् (स्त्री)
ज्ञानशीलः. (1) - दृश् (वि)
ज्ञानम्. (1) - दृश् (स्त्री)
ज्ञानशीलः. (1) - दृश् (वि)
अमसृणः. (1) - कर्कश (पुं)
कठिनम्. (1) - कर्कश (पुं)
साहसिकः. (1) - कर्कश (पुं)
कठिनम्. (1) - कर्कश (पुं)
साहसिकः. (1) - कर्कश (पुं)
अतिप्रसिद्धः. (1) - प्रकाश (पुं)
शिशुः. (1) - बालिश (पुं)
शिशुः. (1) - बालिश (पुं)
नूतनकलिका. (1) - कोश (पुं-नपुं)
खड्गपिधानम्. (1) - कोश (पुं-नपुं)
भण्डारम्. (1) - कोश (पुं-नपुं)
दिव्यम्. (1) - कोश (पुं-नपुं)
खड्गपिधानम्. (1) - कोश (पुं-नपुं)
भण्डारम्. (1) - कोश (पुं-नपुं)
दिव्यम्. (1) - कोश (पुं-नपुं)
अपचयः. (1) - नाश (पुं)
तिरोधानम्. (1) - नाश (पुं)
प्रियः. (1) - जीवितेश (पुं)
यमः. (1) - जीवितेश (पुं)
तिरोधानम्. (1) - नाश (पुं)
प्रियः. (1) - जीवितेश (पुं)
यमः. (1) - जीवितेश (पुं)
परद्रोहकारी. (1) - निस्त्रिंश (पुं)
सूर्यः. (1) - अंशु (पुं)
कराः. (1) - अंशु (पुं)
सूर्यः. (1) - अंशु (पुं)
कराः. (1) - अंशु (पुं)
आख्याशालिः. (1) - आशु (नपुं)
बन्धनम्. (1) - पाश (पुं)
आयुधम्. (1) - पाश (पुं)
बन्धनम्. (1) - पाश (पुं)
आयुधम्. (1) - पाश (पुं)
देवः. (1) - अनिमिष (पुं)
मत्स्यः. (1) - अनिमिष (पुं)
मनुष्यः. (1) - पुरुष (पुं)
मत्स्यः. (1) - अनिमिष (पुं)
मनुष्यः. (1) - पुरुष (पुं)
मत्स्यात्खगः. (1) - ध्वाङ्क्ष (पुं)
तृणम्. (1) - कक्ष (पुं)
शाखादिभिर्विस्तृतवल्ली. (1) - कक्ष (पुं)
तृणम्. (1) - कक्ष (पुं)
शाखादिभिर्विस्तृतवल्ली. (1) - कक्ष (पुं)
प्रग्रहः. (1) - अभीषु (पुं)
किरणः. (1) - अभीषु (पुं)
मर्दनम्. (1) - प्रैष (पुं)
प्रेषणम्. (1) - प्रैष (पुं)
किरणः. (1) - अभीषु (पुं)
मर्दनम्. (1) - प्रैष (पुं)
प्रेषणम्. (1) - प्रैष (पुं)
सहायः. (1) - पक्ष (पुं)
शिरोवेष्टनम्. (1) - उष्णीष (पुं)
किरीटम्. (1) - उष्णीष (पुं)
शिरोवेष्टनम्. (1) - उष्णीष (पुं)
किरीटम्. (1) - उष्णीष (पुं)
मूषकः. (1) - वृष (पुं)
श्रेष्ठः. (1) - वृष (पुं)
सुकृतः. (1) - वृष (पुं)
शुक्रलः. (1) - वृष (पुं)
श्रेष्ठः. (1) - वृष (पुं)
सुकृतः. (1) - वृष (पुं)
शुक्रलः. (1) - वृष (पुं)
नूतनकलिका. (1) - कोष (पुं-नपुं)
खड्गपिधानम्. (1) - कोष (पुं-नपुं)
भण्डारम्. (1) - कोष (पुं-नपुं)
दिव्यम्. (1) - कोष (पुं-नपुं)
खड्गपिधानम्. (1) - कोष (पुं-नपुं)
भण्डारम्. (1) - कोष (पुं-नपुं)
दिव्यम्. (1) - कोष (पुं-नपुं)
चक्रम्. (1) - अक्ष (पुं)
इन्द्रियम्. (1) - अक्ष (पुं)
व्यवहारः. (1) - अक्ष (पुं)
अक्षः. (1) - आकर्ष (पुं)
शारीणामाधारपट्टः. (1) - आकर्ष (पुं)
द्यूतक्रीडनम्. (1) - आकर्ष (पुं)
इन्द्रियम्. (1) - अक्ष (पुं)
व्यवहारः. (1) - अक्ष (पुं)
अक्षः. (1) - आकर्ष (पुं)
शारीणामाधारपट्टः. (1) - आकर्ष (पुं)
द्यूतक्रीडनम्. (1) - आकर्ष (पुं)
करीषाग्निः. (1) - कर्षु (पुं)
वार्ता. (1) - कर्षु (पुं)
कुल्याभिधायिनी. (1) - कर्षू (स्त्री)
वार्ता. (1) - कर्षु (पुं)
कुल्याभिधायिनी. (1) - कर्षू (स्त्री)
जलम्. (1) - विष (नपुं)
उपादानम्. (1) - आमिष (पुं-नपुं)
अपराधः. (1) - किल्बिष (नपुं)
अपराधः. (1) - किल्बिष (नपुं)
लोकधात्वंशः. (1) - वर्ष (पुं-नपुं)
वत्सरः. (1) - वर्ष (पुं-नपुं)
वत्सरः. (1) - वर्ष (पुं-नपुं)
नृत्येक्षणम्. (1) - प्रेक्षा (स्त्री)
भृतिः. (1) - भिक्षा (स्त्री)
सेवा. (1) - भिक्षा (स्त्री)
याचनम्. (1) - भिक्षा (स्त्री)
भृतिः. (1) - भिक्षा (स्त्री)
सेवा. (1) - भिक्षा (स्त्री)
याचनम्. (1) - भिक्षा (स्त्री)
शोभा. (1) - त्विष् (स्त्री)
कार्त्स्न्यम्. (1) - न्यक्ष (वि)
अधमम्. (1) - न्यक्ष (वि)
कार्त्स्न्यम्. (1) - न्यक्ष (वि)
अधमम्. (1) - न्यक्ष (वि)
प्रत्यक्षः. (1) - अध्यक्ष (वि)
अप्रेमः. (1) - रूक्ष (वि)
अचिक्कणः. (1) - रूक्ष (वि)
अप्रेमः. (1) - रूक्ष (वि)
अचिक्कणः. (1) - रूक्ष (वि)
व्याजम्. (1) - लक्ष (नपुं)
लक्षसङ्ख्या. (1) - लक्ष (नपुं)
शब्दः. (1) - घोष (पुं)
गवां स्थानम्. (1) - घोष (पुं)
लक्षसङ्ख्या. (1) - लक्ष (नपुं)
शब्दः. (1) - घोष (पुं)
गवां स्थानम्. (1) - घोष (पुं)
भित्तिः. (1) - कपिशीर्ष (नपुं)
शृङ्गः. (1) - कपिशीर्ष (नपुं)
चषकः. (1) - अनुतर्ष (पुं)
सुरा. (1) - अनुतर्ष (पुं)
शृङ्गः. (1) - कपिशीर्ष (नपुं)
चषकः. (1) - अनुतर्ष (पुं)
सुरा. (1) - अनुतर्ष (पुं)
वातादयः. (1) - दोष (पुं)
रात्रिः. (1) - दोषा (अव्य)
कुक्कुटः. (1) - दक्ष (वि)
रात्रिः. (1) - दोषा (अव्य)
कुक्कुटः. (1) - दक्ष (वि)
शुण्डाग्रभागः. (1) - गण्डूष (पुं)
मुखे जलपूरणम्. (1) - गण्डूष (स्त्री-पुं)
मुखे जलपूरणम्. (1) - गण्डूष (स्त्री-पुं)
सद्योजातवृषभवत्सः. (1) - वत्स (पुं)
वर्षम्. (1) - वत्स (पुं)
चातकपक्षी. (1) - दिवौकस् (पुं)
वर्षम्. (1) - वत्स (पुं)
चातकपक्षी. (1) - दिवौकस् (पुं)
गुणः. (1) - रस (पुं)
रागः. (1) - रस (पुं)
शृङ्गारादिः. (1) - रस (पुं)
विषम्. (1) - रस (पुं)
वीर्यम्. (1) - रस (पुं)
द्रवः. (1) - रस (पुं)
रागः. (1) - रस (पुं)
शृङ्गारादिः. (1) - रस (पुं)
विषम्. (1) - रस (पुं)
वीर्यम्. (1) - रस (पुं)
द्रवः. (1) - रस (पुं)
कर्णाभरणम्. (2) - उत्तंस (पुं), अवतंस (पुं)
शिखास्थमाल्यम्. (2) - उत्तंस (पुं), अवतंस (पुं)
शिखास्थमाल्यम्. (2) - उत्तंस (पुं), अवतंस (पुं)
अग्निः. (1) - वसु (पुं)
किरणः. (1) - वसु (पुं)
देवेष्वेकः. (1) - वसु (पुं)
धनम्. (1) - वसु (नपुं)
रत्नम्. (1) - वसु (नपुं)
किरणः. (1) - वसु (पुं)
देवेष्वेकः. (1) - वसु (पुं)
धनम्. (1) - वसु (नपुं)
रत्नम्. (1) - वसु (नपुं)
विष्णुः. (1) - वेधस् (पुं)
हिताशंसा. (1) - आशिस् (स्त्री)
हिताशंसा. (1) - आशिस् (स्त्री)
प्रार्थना. (1) - लालसा (स्त्री)
औत्सुक्यम्. (1) - लालसा (स्त्री)
चौर्यादिपरोपद्रवकर्मः. (1) - हिंसा (स्त्री)
औत्सुक्यम्. (1) - लालसा (स्त्री)
चौर्यादिपरोपद्रवकर्मः. (1) - हिंसा (स्त्री)
अश्वा. (1) - प्रसू (स्त्री)
आकाशः. (2) - रोदस् (नपुं), रोदसी (स्त्री)
भूमिः. (2) - रोदस् (नपुं), रोदसी (स्त्री)
आकाशः. (2) - रोदस् (नपुं), रोदसी (स्त्री)
भूमिः. (2) - रोदस् (नपुं), रोदसी (स्त्री)
शोभा. (1) - अर्चिस् (स्त्री-नपुं)
नक्षत्रम्. (1) - ज्योतिस् (नपुं)
दृष्टिः. (1) - ज्योतिस् (नपुं)
द्योतः. (1) - ज्योतिस् (नपुं)
नक्षत्रम्. (1) - ज्योतिस् (नपुं)
दृष्टिः. (1) - ज्योतिस् (नपुं)
द्योतः. (1) - ज्योतिस् (नपुं)
पापम्. (1) - आगस् (नपुं)
पक्षी. (1) - वयस् (नपुं)
बाल्यादिः. (1) - वयस् (नपुं)
पक्षी. (1) - वयस् (नपुं)
बाल्यादिः. (1) - वयस् (नपुं)
प्रभा. (2) - वर्च (पुं), महस् (नपुं)
पुरीषम्. (1) - वर्च (पुं)
उत्सवः. (1) - महस् (नपुं)
पुरीषम्. (1) - वर्च (पुं)
उत्सवः. (1) - महस् (नपुं)
राहुः. (1) - तमस् (नपुं)
पद्यम्. (1) - छन्दस् (नपुं)
स्पृहा. (1) - छन्दस् (नपुं)
कृच्छ्रादिकर्मः. (1) - तपस् (नपुं)
स्पृहा. (1) - छन्दस् (नपुं)
कृच्छ्रादिकर्मः. (1) - तपस् (नपुं)
बलम्. (1) - सहस् (नपुं)
मार्गः. (1) - सहस् (पुं)
श्रावणमासः. (1) - नभस् (पुं)
मार्गः. (1) - सहस् (पुं)
श्रावणमासः. (1) - नभस् (पुं)
गृहम्. (1) - ओकस् (नपुं)
आश्रयः. (1) - ओकास् (पुं)
आश्रयः. (1) - ओकास् (पुं)
प्रभा. (1) - ओजस् (नपुं)
बलम्. (1) - ओजस् (नपुं)
इन्द्रियम्. (1) - स्रोतस् (नपुं)
निम्नगारयः. (1) - स्रोतस् (नपुं)
बलम्. (1) - ओजस् (नपुं)
इन्द्रियम्. (1) - स्रोतस् (नपुं)
निम्नगारयः. (1) - स्रोतस् (नपुं)
प्रभा. (1) - तेजस् (नपुं)
बलम्. (1) - तेजस् (नपुं)
प्रभावः. (1) - तेजस् (नपुं)
बलम्. (1) - तेजस् (नपुं)
प्रभावः. (1) - तेजस् (नपुं)
विदत्. (1) - विद्वस् (वि)
हिंसाशीलः. (1) - बीभत्स (वि)
हिंसाशीलः. (1) - बीभत्स (वि)
अतिशयेन वृद्धः. (1) - ज्यायस् (वि)
अतिशयेन प्रशस्तः. (1) - ज्यायस् (वि)
अत्यन्तम् युवा. (1) - कनीयस् (वि)
अत्यन्तम् अल्पः. (1) - कनीयस् (वि)
अतिशयेन प्रशस्तः. (1) - ज्यायस् (वि)
अत्यन्तम् युवा. (1) - कनीयस् (वि)
अत्यन्तम् अल्पः. (1) - कनीयस् (वि)
अत्यन्तम् ऊरुः. (1) - वरीयस् (वि)
अत्यन्तम् वरः. (1) - वरीयस् (वि)
अत्यन्तम् साधुः. (1) - साधीयस् (वि)
अत्यन्तम् बाढः. (1) - साधीयस् (वि)
अत्यन्तम् वरः. (1) - वरीयस् (वि)
अत्यन्तम् साधुः. (1) - साधीयस् (वि)
अत्यन्तम् बाढः. (1) - साधीयस् (वि)
दलम्. (1) - बर्ह (पुं-नपुं)
निर्बन्धः. (1) - ग्रह (पुं)
अर्कादयः. (1) - ग्रह (पुं)
निर्बन्धः. (1) - ग्रह (पुं)
अर्कादयः. (1) - ग्रह (पुं)
क्वाथरसः. (1) - निर्यूह (पुं)
नागदन्तकम्. (1) - निर्यूह (पुं)
शिखास्थमाल्यम्. (1) - निर्यूह (पुं)
द्वारम्. (1) - निर्यूह (पुं)
नागदन्तकम्. (1) - निर्यूह (पुं)
शिखास्थमाल्यम्. (1) - निर्यूह (पुं)
द्वारम्. (1) - निर्यूह (पुं)
तुलासूत्रम्. (2) - प्रग्राह (पुं), प्रग्रह (पुं)
प्रग्रहः. (2) - प्रग्राह (पुं), प्रग्रह (पुं)
प्रग्रहः. (2) - प्रग्राह (पुं), प्रग्रह (पुं)
पत्नी. (1) - परिग्रह (पुं)
परिजनः. (1) - परिग्रह (पुं)
आदानम्. (1) - परिग्रह (पुं)
मूलधनम्. (1) - परिग्रह (पुं)
शापवचनम्. (1) - परिग्रह (पुं)
परिजनः. (1) - परिग्रह (पुं)
आदानम्. (1) - परिग्रह (पुं)
मूलधनम्. (1) - परिग्रह (पुं)
शापवचनम्. (1) - परिग्रह (पुं)
पत्नी. (1) - गृह (पुं-बहु)
वरस्त्रियाः श्रोणी. (1) - आरोह (पुं)
वरस्त्रियाः श्रोणी. (1) - आरोह (पुं)
वृत्रासुरः. (1) - अहि (पुं)
अग्निः. (1) - तमोपह (पुं)
चन्द्रः. (1) - तमोपह (पुं)
सूर्यः. (1) - तमोपह (पुं)
अग्निः. (1) - तमोपह (पुं)
चन्द्रः. (1) - तमोपह (पुं)
सूर्यः. (1) - तमोपह (पुं)
परिवारः. (1) - परिबर्ह (पुं)
नृपार्हाः. (1) - परिबर्ह (पुं)
नृपार्हाः. (1) - परिबर्ह (पुं)
ईषदर्थः. (1) - आङ् (अव्य)
सर्वतोव्याप्तिः. (1) - आङ् (अव्य)
सीमार्थः. (1) - आङ् (अव्य)
धातुयोगजार्थः. (1) - आङ् (अव्य)
सर्वतोव्याप्तिः. (1) - आङ् (अव्य)
सीमार्थः. (1) - आङ् (अव्य)
धातुयोगजार्थः. (1) - आङ् (अव्य)
प्रगृह्यः. (1) - आ (अव्य)
स्मृतिः. (1) - आ (अव्य)
वाक्यम्. (1) - आ (अव्य)
कोपः. (1) - आस्तु (अव्य)
दुःखम्. (1) - आस्तु (अव्य)
स्मृतिः. (1) - आ (अव्य)
वाक्यम्. (1) - आ (अव्य)
कोपः. (1) - आस्तु (अव्य)
दुःखम्. (1) - आस्तु (अव्य)
ईषदर्थः. (1) - कु (स्त्री)
जुगुप्सा. (1) - कु (स्त्री)
पापम्. (1) - कु (स्त्री)
निर्भर्त्सनम्. (1) - धिक् (अव्य)
निन्दा. (1) - धिक् (अव्य)
जुगुप्सा. (1) - कु (स्त्री)
पापम्. (1) - कु (स्त्री)
निर्भर्त्सनम्. (1) - धिक् (अव्य)
निन्दा. (1) - धिक् (अव्य)
अन्वाचयः. (1) - च (अव्य)
इतरेतरः. (1) - च (अव्य)
समाहारः. (1) - च (अव्य)
समुच्चयः. (1) - च (अव्य)
इतरेतरः. (1) - च (अव्य)
समाहारः. (1) - च (अव्य)
समुच्चयः. (1) - च (अव्य)
आशीः. (1) - स्वस्ति (अव्य)
क्षेमम्. (1) - स्वस्ति (अव्य)
पुण्यादिः. (1) - स्वस्ति (अव्य)
प्रकर्षः. (1) - अति (अव्य)
लङ्घनम्. (1) - अति (अव्य)
क्षेमम्. (1) - स्वस्ति (अव्य)
पुण्यादिः. (1) - स्वस्ति (अव्य)
प्रकर्षः. (1) - अति (अव्य)
लङ्घनम्. (1) - अति (अव्य)
प्रश्नः. (1) - स्वित् (अव्य)
वितर्कः. (1) - स्वित् (अव्य)
भेदः. (1) - तु (अव्य)
अवधारणम्. (1) - तु (अव्य)
वितर्कः. (1) - स्वित् (अव्य)
भेदः. (1) - तु (अव्य)
अवधारणम्. (1) - तु (अव्य)
सह. (1) - सकृत् (अव्य)
एकवारम्. (1) - सकृत् (अव्य)
दूरम्. (1) - आरात् (अव्य)
समीपः. (1) - आरात् (अव्य)
एकवारम्. (1) - सकृत् (अव्य)
दूरम्. (1) - आरात् (अव्य)
समीपः. (1) - आरात् (अव्य)
चरमम्. (1) - पश्चात् (अव्य)
पश्चिमदिक्. (1) - पश्चात् (अव्य)
प्रश्नः. (1) - उत (अव्य)
समुच्चयः. (1) - उत (अव्य)
विकल्पः. (1) - उत (अव्य)
पश्चिमदिक्. (1) - पश्चात् (अव्य)
प्रश्नः. (1) - उत (अव्य)
समुच्चयः. (1) - उत (अव्य)
विकल्पः. (1) - उत (अव्य)
पुनः. (1) - शश्वत् (अव्य)
सहार्थः. (1) - शश्वत् (अव्य)
प्रत्यक्षः. (1) - साक्षात् (अव्य)
तुल्यम्. (1) - साक्षात् (अव्य)
सहार्थः. (1) - शश्वत् (अव्य)
प्रत्यक्षः. (1) - साक्षात् (अव्य)
तुल्यम्. (1) - साक्षात् (अव्य)
आमन्त्रणम्. (1) - बत (अव्य)
करुणरसः. (1) - बत (अव्य)
सन्तोषम्. (1) - बत (अव्य)
विस्मयः. (1) - बत (अव्य)
दुःखम्. (1) - बत (अव्य)
करुणरसः. (1) - बत (अव्य)
सन्तोषम्. (1) - बत (अव्य)
विस्मयः. (1) - बत (अव्य)
दुःखम्. (1) - बत (अव्य)
आनन्दः. (1) - हन्त (अव्य)
करुणरसः. (1) - हन्त (अव्य)
वाक्यारम्भः. (1) - हन्त (अव्य)
विषादः. (1) - हन्त (अव्य)
करुणरसः. (1) - हन्त (अव्य)
वाक्यारम्भः. (1) - हन्त (अव्य)
विषादः. (1) - हन्त (अव्य)
लक्षणादिः. (1) - प्रति (अव्य)
प्रतिनिधिः. (1) - प्रति (अव्य)
वीप्सा. (1) - प्रति (अव्य)
प्रतिनिधिः. (1) - प्रति (अव्य)
वीप्सा. (1) - प्रति (अव्य)
कारणम्. (1) - इति (अव्य)
प्रकरणम्. (1) - इति (अव्य)
प्रकर्षः. (1) - इति (अव्य)
समापनम्. (1) - इति (अव्य)
प्रकरणम्. (1) - इति (अव्य)
प्रकर्षः. (1) - इति (अव्य)
समापनम्. (1) - इति (अव्य)
पूर्वदिक्. (1) - पुरस्तात् (अव्य)
प्रथमा. (1) - पुरस्तात् (अव्य)
पुरार्थः. (1) - पुरस्तात् (अव्य)
अग्रे. (1) - पुरस्तात् (अव्य)
प्रथमा. (1) - पुरस्तात् (अव्य)
पुरार्थः. (1) - पुरस्तात् (अव्य)
अग्रे. (1) - पुरस्तात् (अव्य)
साकल्यम्. (1) - यावत् तावत् (अव्य)
अवधिः. (1) - यावत् तावत् (अव्य)
मानः. (1) - यावत् तावत् (अव्य)
अवधारणम्. (1) - यावत् तावत् (अव्य)
अवधिः. (1) - यावत् तावत् (अव्य)
मानः. (1) - यावत् तावत् (अव्य)
अवधारणम्. (1) - यावत् तावत् (अव्य)
अनन्तरम्. (2) - अथो (अव्य), अथ (अव्य)
आरम्भः. (2) - अथो (अव्य), अथ (अव्य)
कार्त्स्न्यम्. (2) - अथो (अव्य), अथ (अव्य)
प्रश्नः. (2) - अथो (अव्य), अथ (अव्य)
शुभम्. (2) - अथो (अव्य), अथ (अव्य)
आरम्भः. (2) - अथो (अव्य), अथ (अव्य)
कार्त्स्न्यम्. (2) - अथो (अव्य), अथ (अव्य)
प्रश्नः. (2) - अथो (अव्य), अथ (अव्य)
शुभम्. (2) - अथो (अव्य), अथ (अव्य)
अविधिः. (1) - वृथा (अव्य)
अनेकम्. (1) - नाना (अव्य)
उभयार्थः. (1) - नाना (अव्य)
अनेकम्. (1) - नाना (अव्य)
उभयार्थः. (1) - नाना (अव्य)
प्रश्नः. (1) - नु (अव्य)
विकल्पः. (1) - नु (अव्य)
पश्चात्. (1) - अनु (अव्य)
सादृश्यम्. (1) - अनु (अव्य)
विकल्पः. (1) - नु (अव्य)
पश्चात्. (1) - अनु (अव्य)
सादृश्यम्. (1) - अनु (अव्य)
आमन्त्रणम्. (1) - ननु (अव्य)
अनुज्ञा. (1) - ननु (अव्य)
अनुनयः. (1) - ननु (अव्य)
अवधारणम्. (1) - ननु (अव्य)
प्रश्नः. (1) - ननु (अव्य)
अनुज्ञा. (1) - ननु (अव्य)
अनुनयः. (1) - ननु (अव्य)
अवधारणम्. (1) - ननु (अव्य)
प्रश्नः. (1) - ननु (अव्य)
गर्हा. (1) - अपि (अव्य)
प्रश्नः. (1) - अपि (अव्य)
शङ्का. (1) - अपि (अव्य)
सम्भावना. (1) - अपि (अव्य)
समुच्चयः. (1) - अपि (अव्य)
प्रश्नः. (1) - अपि (अव्य)
शङ्का. (1) - अपि (अव्य)
सम्भावना. (1) - अपि (अव्य)
समुच्चयः. (1) - अपि (अव्य)
उपमा. (1) - वा (अव्य)
विकल्पः. (1) - वा (अव्य)
अर्धः. (1) - सामि (अव्य)
जुगुप्सितः. (1) - सामि (अव्य)
विकल्पः. (1) - वा (अव्य)
अर्धः. (1) - सामि (अव्य)
जुगुप्सितः. (1) - सामि (अव्य)
सह. (1) - अमा (अव्य)
समीपः. (1) - अमा (अव्य)
समीपः. (1) - अमा (अव्य)
इव. (1) - एवम् (अव्य)
इत्थम्. (1) - एवम् (अव्य)
अर्थनिश्चयः. (1) - नूनम् (अव्य)
तर्कः. (1) - नूनम् (अव्य)
इत्थम्. (1) - एवम् (अव्य)
अर्थनिश्चयः. (1) - नूनम् (अव्य)
तर्कः. (1) - नूनम् (अव्य)
आनन्दः. (1) - जोषम् (अव्य)
तूष्णीमर्थः. (1) - जोषम् (अव्य)
जुगुप्सनम्. (1) - किम् (अव्य)
प्रश्नः. (1) - किम् (अव्य)
तूष्णीमर्थः. (1) - जोषम् (अव्य)
जुगुप्सनम्. (1) - किम् (अव्य)
प्रश्नः. (1) - किम् (अव्य)
कोपः. (1) - नामन् (अव्य)
कुत्सनम्. (1) - नामन् (अव्य)
प्राकाश्यः. (1) - नामन् (अव्य)
सम्भाव्यः. (1) - नामन् (अव्य)
उपगमः. (1) - नामन् (अव्य)
कुत्सनम्. (1) - नामन् (अव्य)
प्राकाश्यः. (1) - नामन् (अव्य)
सम्भाव्यः. (1) - नामन् (अव्य)
उपगमः. (1) - नामन् (अव्य)
भूषणम्. (1) - अलम् (अव्य)
पर्याप्तिः. (1) - अलम् (अव्य)
शक्तिः. (1) - अलम् (अव्य)
पर्याप्तिः. (1) - अलम् (अव्य)
शक्तिः. (1) - अलम् (अव्य)
परिप्रश्नः. (1) - हुम् (अव्य)
वितर्कः. (1) - हुम् (अव्य)
मध्यम्. (1) - समया (अव्य)
समीपः. (1) - समया (अव्य)
वितर्कः. (1) - हुम् (अव्य)
मध्यम्. (1) - समया (अव्य)
समीपः. (1) - समया (अव्य)
अप्रथमः. (1) - पुनर् (अव्य)
भेदः. (1) - पुनर् (अव्य)
निषेधः. (1) - निर् (अव्य)
निश्चयः. (1) - निर् (अव्य)
भेदः. (1) - पुनर् (अव्य)
निषेधः. (1) - निर् (अव्य)
निश्चयः. (1) - निर् (अव्य)
प्रबन्धम्. (1) - पुरा (अव्य)
चिरातीतम्. (1) - पुरा (अव्य)
निकटागामिकम्. (1) - पुरा (अव्य)
चिरातीतम्. (1) - पुरा (अव्य)
निकटागामिकम्. (1) - पुरा (अव्य)
अङ्गीकृतिः. (3) - ऊररी (अव्य), ऊरी (अव्य), उररी (अव्य)
विस्तरः. (3) - ऊररी (अव्य), ऊरी (अव्य), उररी (अव्य)
विस्तरः. (3) - ऊररी (अव्य), ऊरी (अव्य), उररी (अव्य)
परलोकः. (1) - स्वर् (अव्य)
सम्भाव्यः. (1) - किल (अव्य)
वार्ता. (1) - किल (अव्य)
सम्भाव्यः. (1) - किल (अव्य)
वार्ता. (1) - किल (अव्य)
अनुनयः. (1) - खलु (अव्य)
जिज्ञासा. (1) - खलु (अव्य)
निषेधः. (1) - खलु (अव्य)
वाक्यालङ्कारः. (1) - खलु (अव्य)
जिज्ञासा. (1) - खलु (अव्य)
निषेधः. (1) - खलु (अव्य)
वाक्यालङ्कारः. (1) - खलु (अव्य)
अभिमुखम्. (1) - अभितस् (अव्य)
साकल्यम्. (1) - अभितस् (अव्य)
शीघ्रम्. (1) - अभितस् (अव्य)
उभयतः. (1) - अभितस् (अव्य)
साकल्यम्. (1) - अभितस् (अव्य)
शीघ्रम्. (1) - अभितस् (अव्य)
उभयतः. (1) - अभितस् (अव्य)
नाम. (1) - प्रादुस् (अव्य)
प्राकाश्यः. (1) - प्रादुस् (अव्य)
अन्योन्यम्. (1) - मिथः (अव्य)
रहस्यम्. (1) - मिथः (अव्य)
प्राकाश्यः. (1) - प्रादुस् (अव्य)
अन्योन्यम्. (1) - मिथः (अव्य)
रहस्यम्. (1) - मिथः (अव्य)
अन्तर्धानम्. (1) - तिरस् (अव्य)
अर्तिः. (1) - हा (अव्य)
शुद्धिः. (1) - हा (अव्य)
विषादः. (1) - हा (अव्य)
अर्तिः. (1) - हा (अव्य)
शुद्धिः. (1) - हा (अव्य)
विषादः. (1) - हा (अव्य)
अद्भुतरसः. (1) - अहह (अव्य)
दुःखम्. (1) - अहह (अव्य)
अवधारणम्. (1) - हि (अव्य)
कारणम्. (1) - हि (अव्य)
दुःखम्. (1) - अहह (अव्य)
अवधारणम्. (1) - हि (अव्य)
कारणम्. (1) - हि (अव्य)